मंगलवार, 2 नवंबर 2010

लतीफ़े

हंसो हंसो हंसो.........

संता (बेटा)- पापा, पापा मुझे सर्कस देखने जाना है।
बंता (पापा)- सर्कस देखने के लिए कहीं जाने की क्या जरूरत है बेटे मुझे देख लो और अगर रिंग मास्टर को देखना है तो उधर (मम्मी को)देख लो।


पिता (पुत्र से)- बेटा अगर ससुराल वाले स्कूटर दें तो कार मांगना, दुकान दें तो घर मांगना, कूलर दें तो एसी मांगना।
बेटा (पिता से)- अगर वो लड़की दें तो क्या उसकी मां को मांगू।


पति- जान, मैंने रात एक बहुत प्यारा सपना देखा। मैंने देखा कि तुम मेरे लिए मेरा पसंदीदा खाना बनाकर लाई हो और मुझे अपने हाथों से खिला रही हो। इतना ही नहीं, खाना खिलाने के बाद मेरे पैर भी दबा रही हो।
पत्नी- अब तो मुझे पक्का यकीन हो गया।
पति- क्या?
पत्नी- कि सपना कभी अपना नहीं होता।


एक अमेरिकी व्यक्ति और एक भारतीय व्यक्ति एक ही हवाई जहाज में सफर कर रहे थे। थोड़ी देर में ही वे बेतकल्लुफ होकर बातें करने लगे। बातों-बातों में अमेरिकी ने कहा- हमारे पास शकीरा है, ब्रिटनी है..
भारतीय व्यक्ति- मतलब?
मेरिकी व्यक्ति- मतलब हमारे यहां एक से एकआयटम है। तुम्हारे यहां क्या है?
भारतीय व्यक्ति- हमारे यहां इमरान है, आयटम डिफ्यूजर।


रामू- डॉक्टर साहब प्लास्टिक सर्जरी में कितना खर्चा आयेगा?
डॉक्टर- 50 हजार..
रामू- अगर प्लास्टिक हम दें तो।
डॉक्टर (गुस्से से)- तो फिर पिघलाकर चिपका भी लेना..

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