बुधवार, 2 मार्च 2011

तो, समझो कालसर्प योग है...

ज्योतिष शास्त्र में कई योग बताए गए हैं जैसे कालसर्प योग, गजकेसरी योग, मालव्य योग, भद्र योग, हंस योग, अंगारक योग, पितृ दोष, चाण्डाल योग आदि। इनमें कालसर्प योग, पितृ दोष और चाण्डाल योग जैसे योग अधिकतर बुरा प्रभाव ही देते हैं। वैसे तो कुंडली के अध्ययन से इन योगों को देखा जाता है लेकिन ज्योतिष में अन्य विधियां भी हैं जिनसे कुंडली के अभाव में इन योग की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग होता है उसे हमेशा ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कार्य समय पर पूर्ण नहीं होते। कुंडली न हो तो स्वप्न ज्योतिष के माध्यम से इस योग की जानकारी प्राप्त हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति को सपनों में सांप दिखाई देते हैं तो निश्चित ही उसकी कुंडली में कालसर्प योग होगा।
- सोते हुए सर्प को अपने शरीर की तरफ आते देख घबरा जाना।
- पानी पर तैरता हुआ सांप देखना।
- सपने में सांप को उड़ता हुआ देखना।
- सांप के जोड़े को हाथ पैरों में लिपटा हुआ देखना।
- सपने में असंख्य सांप दिखाई देना।
इस तरह के किसी भी स्वप्न का दिखाई देना आपके जीवन में कालसर्प दोष होने की और संकेत करता है और ऐसे स्वप्नों के बार-बार दिखाई देने पर काल सर्प दोष की पूजा आवश्यक रूप से की जानी चाहिए। इससे कालसर्प दोष की शांति के होने पर मानसिक शांति तो मिलती ही है साथ ही इस तरह के बुरे स्वप्न भी आने बंद हो जाते हैं।
(www.bhaskar.com)

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