शुक्रवार, 29 जनवरी 2010

बेहतरीन गीत

बचना ऐ हसीनों के गीत हैं बेहतरीन
फिल्म बचना ऐ हसीनों का एलबम अन्य की तुलना में बेहतरीन कहा जा सकता है। इसमें पंजाबी के साथ जैज संगीत भी कर्णप्रिय है।
फिल्म का शीर्षक गीत बचना ऐ हसीनों वास्तव में वर्ष 1977 की फिल्म हम किसी से कम नहीं में किशोर कुमार के गाए गीत से प्रभावित है, लेकिन विशाल-शेखर ने अपने संगीत से सजाकर इसे पूरी तरह से नए अंदाज में पेश किया है।
पुराने बेहतरीन संगीत को आज के समय की मांग के अनुसार धुन से सजाकर इसे आदर्श मेल (फ्यूजन) के रूप में पेश किया गया है, जिसे लंबे समय तक लोग याद करते रहेंगे। सुखविंदर सिंह और हिमानी कपूर के साथ मिलकर तैयार किया गया शेखर रैवजियानी का लोकगीत जग माही भी बेहतरीन है।
गीतकार अन्विता के गीत खुदा जाने को शिल्पा राव और के.के. ने बेहतरीन ढंग से गाया है। लक्की अली और श्रेया घोषाल का गीत आहिस्ता आहिस्ता भी दमदार है।
एलबम का गीत लक्की बॉय भी श्रोताओं को भाएगा, हालांकि सुनिधि चौहान, राजा हसन और हर्द कौर के गाए गीत भी जबर्दस्त हैं। शंकर महादेवन के गीत स्मॉल टाउन गर्ल में दमदार ढोल की आवाज ने उसे पंजाबी रंग में रंग दिया है।

मधुर गीतों से भरा है अगली और पगली का संगीत
आमतौर पर यह माना जाता है कि हास्य फिल्मों में संगीत का बहुत अधिक योगदान नहीं होता लेकिन आगामी 25 जुलाई को रिलीज होने जा रही फिल्म अगली और पगली इसका अपवाद है।
इस फिल्म का संगीत अनु मलिक ने तैयार किया है जबकि गीत अमिताभ वर्मा लिखे हैं। फिल्म में इश्क बेक्टर और अनुष्का मनचंदा का गाया हिंदी पंजाबी गीत करले गुनाह अंखियां मिला के बहुत मधुर बन पड़ा है। अनु मलिक, वसुंधरा दास और दिब्येंदु मुखर्जी की आवाज में शट अप आ नचले विविधता से भरपूर है।
पंजाबी-हिन्दी मिक्स गीत ताली में ताली हो गई को हर्द कौर, अनमोल मलिक और मीका ने काफी अलग अंदाज में गाया है। इसी तरह मोहित चौहान की आवाज में ये नजर आए-जाए भी श्रोताओं को निराश नहीं करता।

क्रेजी 4 के संगीत में नहीं है दम
जावेद अख्तर और राजेश रोशन की सुपरहिट जोड़ी के बावजूद क्रेजी 4 का संगीत लोकप्रियता के पायदान पर फिसड्डी साबित हो रहा है।
जयदीप सरीन निर्देशित इस फिल्म में सुनिधि चौहान और कृति सगाथिया की आवाज में देखता है तू क्या.. एक अलग तरह का गीत है। जावेद अख्तर ने इस गीत को लिखा है। हालांकि इस गीत को वैसी प्रशंसा नहीं मिल रही है जैसा कि पहले राजेश रोशन के संगीतबद्ध गीतों को मिला करती थी।
कई गायकों द्वारा प्रस्तुत गीत एक रुपया.. को भी लोग पसंद नहीं कर रहे हैं। फिल्म में एक राष्ट्र प्रेम गीत जन गण मन.. भी है। हालांकि, इस गीत में कुछ नया नजर नहीं आया है। यदि क्रेजी 4 के सभी गीतों को ध्यान पूर्वक सुना जाए तो यह पता चलता है कि इन गीतों में वैसी लय नहीं है जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर ले। राजेश रोशन भी संगीत के मामले में अपने पुराने लय को क्रेजी 4 में शामिल नहीं कर पाए हैं।

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