हँसी के फुव्वारे
फेरी वाला - चाकू छुरियाँ तेज करवा लो। लल्लू - (हँसते हुए) - क्यों भाई, अक्ल भी तेज करते हो क्या? फेरी वाला - क्यों नहीं, हो तो ले आइए।
सर्किट-मुन्नाभाई के चुटकुले
सर्किट : भाई बापू ने बोला था कि कभी झूठ नहीं बोलना माँगता है। अपुन आज से कभी झूठ नहीं बोलेगा भाई। मुन्ना भाई : ऐ सर्किट, वो तुझसे पैसे वापस लेने लाला आया है। सर्किट : भाई उसको बोलो कि अपुन गाँव गयेला है, खेती करने को। मुन्नाभाई : सर्किट, अभी तो तू बोला कि कभी झूठ नहीं बोलेगा।
ज्ञानी महाराज
प्रोफेसर - क्या तुम मुझे सत्रहवीं शताब्दी के वैज्ञानिकों के बारे में बता सकते हैं? विद्यार्थी - जी सर, वे सब मर गए हैं।
तर्कशास्त्री!
पापा : बेटा, क्या तुम जानते हो कि कुतुब मीनार किसने बनाया?
बेटा : कुतुबुद्दीन ऐबक ने।
अजब-गजब
प्रोफेसर - क्या तुम मुझे सत्रहवीं शताब्दी के वैज्ञानिकों के बारे में बता सकते हो?
विद्यार्थी - जी सर, वे सब मर गए हैं।
फेरी वाला - चाकू छुरियाँ तेज करवा लो। लल्लू - (हँसते हुए) - क्यों भाई, अक्ल भी तेज करते हो क्या? फेरी वाला - क्यों नहीं, हो तो ले आइए।
सर्किट-मुन्नाभाई के चुटकुले
सर्किट : भाई बापू ने बोला था कि कभी झूठ नहीं बोलना माँगता है। अपुन आज से कभी झूठ नहीं बोलेगा भाई। मुन्ना भाई : ऐ सर्किट, वो तुझसे पैसे वापस लेने लाला आया है। सर्किट : भाई उसको बोलो कि अपुन गाँव गयेला है, खेती करने को। मुन्नाभाई : सर्किट, अभी तो तू बोला कि कभी झूठ नहीं बोलेगा।
ज्ञानी महाराज
प्रोफेसर - क्या तुम मुझे सत्रहवीं शताब्दी के वैज्ञानिकों के बारे में बता सकते हैं? विद्यार्थी - जी सर, वे सब मर गए हैं।
तर्कशास्त्री!
पापा : बेटा, क्या तुम जानते हो कि कुतुब मीनार किसने बनाया?
बेटा : कुतुबुद्दीन ऐबक ने।
अजब-गजब
प्रोफेसर - क्या तुम मुझे सत्रहवीं शताब्दी के वैज्ञानिकों के बारे में बता सकते हो?
विद्यार्थी - जी सर, वे सब मर गए हैं।
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