लल्लू (प्रेमिका से) : मैं आज तुमसे हर चीज शेयर करना चाहता हूँ।
प्रेमिका : चलो बैंक अकाउंट से शुरू करते हैं।
पुत्र (लल्लू से) : पिताजी नेताओं के कपड़ों का रंग सफेद क्यों होता है?
लल्लू : बेटा, ताकि दल बदलने पर भी कपड़े न बदलने पड़ें।
लल्लू डॉक्टर (कल्लू से) : देखो वो रही मेरी प्रेमिका।
कल्लू : तुम उससे शादी क्यों नहीं कर लेते?
लल्लू डॉक्टर : कर तो लूँ, पर मेरा बड़ा नुकसान हो जाएगा। वह करोड़पति बाप की इकलौती बेटी है और सिर्फ मुझसे ही इलाज करवाती है।
संता (बंता बॉस से) : बॉस मुझे छुट्टी चाहिए।
बंता : क्यों?
संता : मेरी फैमिली पेड़ से गिर गई है।
बंता : पूरी फैमिली पेड़ पर क्या कर रही थी?
संता : सर, हमारे यहाँ घरवाली को ही फैमिली कहते हैं।
नौकरानी (मालकिन से) : मेमसाब, जल्दी आइए। पड़ोस की तीन औरतें बाहर बाहर आपकी सास की पिटाई कर रही हैं। मालकिन गैलरी में आकर देखने लगी।
नौकरानी : आप उनकी मदद करने नहीं जाएँगी?
मालकिन : नहीं! तीन ही काफी हैं।
प्रेमिका : चलो बैंक अकाउंट से शुरू करते हैं।
पुत्र (लल्लू से) : पिताजी नेताओं के कपड़ों का रंग सफेद क्यों होता है?
लल्लू : बेटा, ताकि दल बदलने पर भी कपड़े न बदलने पड़ें।
लल्लू डॉक्टर (कल्लू से) : देखो वो रही मेरी प्रेमिका।
कल्लू : तुम उससे शादी क्यों नहीं कर लेते?
लल्लू डॉक्टर : कर तो लूँ, पर मेरा बड़ा नुकसान हो जाएगा। वह करोड़पति बाप की इकलौती बेटी है और सिर्फ मुझसे ही इलाज करवाती है।
संता (बंता बॉस से) : बॉस मुझे छुट्टी चाहिए।
बंता : क्यों?
संता : मेरी फैमिली पेड़ से गिर गई है।
बंता : पूरी फैमिली पेड़ पर क्या कर रही थी?
संता : सर, हमारे यहाँ घरवाली को ही फैमिली कहते हैं।
नौकरानी (मालकिन से) : मेमसाब, जल्दी आइए। पड़ोस की तीन औरतें बाहर बाहर आपकी सास की पिटाई कर रही हैं। मालकिन गैलरी में आकर देखने लगी।
नौकरानी : आप उनकी मदद करने नहीं जाएँगी?
मालकिन : नहीं! तीन ही काफी हैं।
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