बच्चों की मासिक पत्रिका
भोपाल से प्रकाशित ,
सम्पादक -अरुण बंछोर,
उपसंपादक -ओमप्रकाश बंछोर
मंगलवार, 2 मार्च 2010
पापा की टाई
अजय ने पापा के गले में टाई बँधी देखी तो उसने पूछा, पापा यह क्या है?
उसके पापा ने हँसकर टालना चाहा।
अजय बोला - पापा, मैं समझ गया। मम्मी ने नाक पोंछने के लिए गले में कपड़ा बाँध दिया है।
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