मंगलवार, 22 फ़रवरी 2011

छत्तीसगढ़ की खबरें

प्रदेश में 1159 हत्याएं और 1094 बलात्कार
रायपुर.प्रदेश में पिछले 13 महीनों में 1159 हत्याएं और 1094 बलात्कार हुए। इसके अलावा 398 लोगों का अपहरण और 3609 लोग सड़क हादसों में मारे गए। राज्य में रोजाना 9 लोग से अधिक सड़क दुर्घटना में मरे। इसी तरह तीन महिलाएं रोज बलात्कार का शिकार हुई। औसतन रोज एक अपहरण हुआ।
कांग्रेस सदस्य धरमजीत सिंह को गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने अतारांकित प्रश्न के जवाब में लिखित में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2010 से 30 जनवरी 2011 तक के ये आंकड़े हैं। इस दौरान 132 डकैतियां भी हुईं। मानव तस्करी का एक मामला भी दर्ज किया गया। आंकड़ों में रेलवे थाने में दर्ज दो डकैतियां, एक हत्या और एक बलात्कार भी शामिल है।
सबसे ज्यादा 51 अपहरण रायपुर जिले में और सात डकैतियां भी इसी जिले में हुई। जबकि सबसे कम 6 अपहरण व 8 डकैतियां नारायणपुर जिले में हुए। अपहरण व डकैतियों में रायपुर के बाद महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, रजनांदगांव, कवर्धा, गरियाबंद, बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, सरगुजा, जशपुर, कोरिया, बलरामपुर, सूरजपुर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर व बीजापुर जिलों का नंबर आता है। अपहरण के 23 और डकैती के 5 मामलों में रिपोर्ट हुई। इनमें से क्रमशः 11 व 4 मामलों का खात्मा कर दिया गया। अपहरण के 126 व डकैती के 53 मामलों में गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
सरकार के खिलाफ कोई आक्रोश नहीं : मूणत
नगरीय प्रशासन एवं पर्यावरण मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि यह सही नहीं है कि उद्योगों की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है। सरकार प्रदूषण मुक्त पर्यावरण उपलब्ध कराने ठोस कदम उठा रही है। आम लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी नहीं है। श्री मूणत ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण के दौरान यह वक्तव्य दिया। कांग्रेस सदस्य डॉ. शक्रजीत नायक ने उद्योगों द्वारा पर्यावरण नियमों का पालन नहीं करने का मुद्दा उठाया था।

फर्जीवाड़े पर कार्रवाई, 95 शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति रद्द
रायपुर.फर्जी प्रमाणपत्रों की मदद से नौकरी पाने वाले मैनपुर जनपद पंचायत के 95 शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है। कलेक्टर डॉ. रोहित यादव ने सोमवार को पंचायत अधिनियम की धारा 85 (1) के तहत शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति रद्द करने का आदेश जारी किया। इसकी अनुशंसा जिला पंचायत रायपुर के सीईओ अंकित आनंद ने की थी।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2007 में मैनपुर जनपद के माध्यम से 102 शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति की गई थी। इसमें कई शिक्षाकर्मियों द्वारा फर्जी प्रमाणपत्र जमा किए जाने की शिकायतें शुरू से ही मिल रही थीं। नियुक्तियों को रद्द करने के लिए जिला पंचायत की सामान्य प्रशासन समिति ने पहले ही अनुशंसा की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बाद में रिपोर्ट के आधार पर और जांच की गई। इसके बाद जिला पंचायत के सीईओ ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की अनुशंसा की। नियुक्ति रद्द करने के फैसले को कुछ शिक्षाकर्मियों ने हाईकोर्ट में चुनौती भी दी थी। पहले तो कोर्ट ने उन्हें स्टे दे दिया, लेकिन बाद में नियुक्तियां रद्द करने के आदेश को सही ठहराया।
बड़ी संख्या में शिक्षाकर्मियों के गोलमाल का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी प्रदेश के कुछ जिलों में शिक्षाकर्मियों की नियुक्तियां रद्द कर दी गई हैं। कुछ दिन पहले ही बलौदाबाजार प्रधान पाठक पदोन्नति परीक्षा रद्द करने की अनुशंसा स्कूल शिक्षा सचिव से की गई है।

सबकुछ फर्जी
जिला पंचायत के सदस्यों ने शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति में बड़ा गोलमाल होने की शिकायत की थी। दबाव बढ़ा तो कुछ समय बाद सात शिक्षाकर्मियों ने इस्तीफा दे दिया। जांच में भी प्रशासन ने शिकायतों को सही पाया। 82 शिक्षाकर्मियों के आवेदन के साथ संलग्न किए गए अनुभव, स्काउट एंड गाइड, एनसीसी आदि के प्रमाण-पत्र फर्जी पाए गए। 16 शिक्षाकर्मियों ने कूटरचित प्रमाण-पत्रों से नौकरी हासिल की थी।

सेक्स रैकेट में पकड़ी गईं अभिनेत्रियां भेजी गईं जेल
रायपुर.टिकरापारा में रविवार को पीटा एक्ट के तहत गिरफ्तार छालीवुड की अभिनेत्रियां जेल भेज दी गईं। उनके साथ पकड़े गए ग्राहकों को भी न्यायालय से जेल भेजा गया है। 24 फरवरी तक सभी न्यायिक हिरासत में रहेंगे।
पुलिस ने एक मकान से शिव कुमारी, किरण, मणीराम और अहमद को पकड़ा था। इनमें दोनों युवतियां छालीवुड की कलाकार निकलीं। अभिनेत्रियों के सेक्स के धंधे में लिप्त होने से पुलिस महकमा खुद हैरान है। सोमवार को सुबह महिला पुलिस बल की मौजूदगी में सभी को न्यायालय में पेश किया गया। ऐसी चर्चा है कि कुछ छत्तीसगढ़ी फिल्म कलाकार न्यायालय पहुंचे थे।
अब नहीं मिलेगा छालीवुड में काम
छालीवुड की कुछ अभिनेत्रियों का नाम सेक्स रैकेट में आने के बाद छत्तीसगढ़ फिल्म एसोसिएशन की यहां एक बैठक हुई। इसमें शामिल निर्माता निर्देशकों ने कहा कि वे ऐसे कलाकारों को अपनी फिल्म में काम नहीं देंगे। गौरतलब है कि सेक्स रैकेट में शामिल छालीवुड की अभिनेत्रियों ने कई फिल्मों मंे काम किया है। आने वाली कई फिल्मों में भी इनके नाम हैं।
बैठक में उन्हें आगामी फिल्मों से अलग करने का फैसला लिया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि कुछ लोगों के कारण छालीवुड की छवि पर असर नहीं पड़ेगा। लेकिन अब सभी को सचेत रहने की जरूरत होगी। छालीवुड से जुड़े एक अन्य गुट ने खुलकर सामने आने से इनकार किया और कहा कि मामला इतना छोटा नहीं है। इस संबंध में जांच की जाए तो कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।

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