भगवान को फूल चढ़ाने का अर्थ यह है कि हम कोमलता और सरलता से प्रभु के चरणों में खुद को समर्पित करते हैं। ठीक इसी तरह भगवान भी हमें कोमलता और सरलता से आशीष प्रदान करते हैं, हमारी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। भगवान फूलों की सुगंध की तरह हमारे जीवन में भी खुश्बू फैला देते हैं। नवरात्रि में माताजी को विशेष रूप से लाल रंग के पुष्प चढ़ाए जाते हैं क्योंकि लाल रंग मां दुर्गा का प्रिय माना गया है। साथ ही पुष्प प्रतीक है कोमलता, सरलता का।
लाल रंग को उत्साह, उत्तेजना व ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए मां को नवरात्रि में लाल रंग के और विशेषकर गुड़हल के फूल चढ़ाए जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि लाल पुष्प जहां रहते हैं वहां का वातावरण हमेशा उत्साह से भरा रहता है साथ ही घर के सारे लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार होता है यानी लाल रंग के पुष्प चढ़ाने का यही कारण है कि इससे शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा से आर्शीवाद में ऊर्जा व शक्ति दोनों की प्राप्ति होती है।
लाल रंग को उत्साह, उत्तेजना व ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए मां को नवरात्रि में लाल रंग के और विशेषकर गुड़हल के फूल चढ़ाए जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि लाल पुष्प जहां रहते हैं वहां का वातावरण हमेशा उत्साह से भरा रहता है साथ ही घर के सारे लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार होता है यानी लाल रंग के पुष्प चढ़ाने का यही कारण है कि इससे शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा से आर्शीवाद में ऊर्जा व शक्ति दोनों की प्राप्ति होती है।
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