शनिवार, 21 मई 2011

दुनिया का सबसे बड़ा सम्राट भिखारी निकला !

जो खुद भिखारी है उससे क्या कुछ मांगना?- भिखारी उसे कहते हैं जो मांगने वाला हो, जिसकी कोई याचना हो या जो अपनी किसी इच्छा के लिये किसी के सामने अपनी झोली फेलाए किसी से कुछ पाने की उम्मीद रखता हो। मांगने वाला भिखारी यानी याचक होता है। लेकिन भिकारी की पहचान क्या है और सबसे बड़ा भिखारी यदि खोजना हो तो किसे सबसे बड़ा भिखारी माना जाए? यह प्रश्र थोड़ा कठिन अवश्य लगता है लेकिन कठिन प्रश्रों का उत्तर खोजने पर ही अनमोल सूत्र हाथ लगते हैं। तो आइये चलते हैं एक प्रसंग की ओर जो दुनिया के सबसे बड़े भिखारी को खोजने में हमारी मदद कर सकता है...
एक गांव में एक फकीर रहता था। बड़ा पहुंचा हुआ फकीर था। बड़े-बड़े सेठ-साहुकार और धनपति उसके पैरों मे झुकते थे। यहां तक कि दुनिया का सबसे बड़ा सम्राट भी उसके दर्शन करने के लिये खुद चलकर उसकी झोपड़ी तक आता था। दुर्भाग्य वश एक साल गांव में अकाल पड़ा। लोग दाने-दाने के लिये मोहताज हो गए। पूरे गांव के लोग इकट्ठे होकर फकीर के पास पहुंचे ओर प्रार्थना करने लगे कि सम्राट आपका भक्त है, आज्ञाकारी है हम पर कृपा कीजिये राजा से कहकर हमारी सहायता करवाइये। गांव वालों की हालत देखकर फकीर को दया आ गई वह चल दिया सम्राट के महल की ओर।
सुबह का समय था फकीर सीधा बादशाह के महल में पहुंच गया। फकीर ने देखा कि सुबह का वक्त है और दुनिया का सबसे बड़ा सम्राट ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है। फकीर राजा के इतने करीब था कि प्रार्थना के शब्द उसके कानों में साफ-साफ सुनाई दे रहे थे। सम्राट ईश्वर से याचना कर रहा था कि- है ईश्वर मेरे राज्य की सीमाओं को और फैलाओ, मुझे और..और..बड़ा सम्राट बना दो, मेरा खजाना दिनों-दिन और भी ज्यादा भरता जाए... हे ईश्वर! मुझपर रहम करो। प्रार्थना करते-करते सम्राट की हालत ऐसी हो गई जैसे कोई भिखारी गिड़-गिड़ाता है।
दुनिया के सबसे बड़े सम्राट की ऐसी दशा देखकर फकीर को बड़ा आश्चर्य हुआ। उसने मन ही मन सोचा कि इतना बड़ा सम्राट होने पर भी इसके मन में संतोष नहीं है। फकीर ने सोचा कि इससे तो सड़क पर घूमने वाले भिखारी अधिक अच्छे हैं जो पेट भरने के लिये हाथ फैलाते हैं। फकीर ने सोचा कि यह सम्राट तो दुनिया का सबसे बड़ा भिखारी है, और जो खुद ही भिखारी हो उससे क्या कुछ मांगना? और यही सोचता हुआ फकीर सम्राट के महल से उल्टे पैर वापस लौट आया। गांव आकर फकीर ने महल का सारा हाल लोगों को सुनाया और कहा कि मांगना ही है तो उस एक मात्र सम्राटों के सम्राट परमात्मा से ही मांगों, जो खुद भिखारी हैं उनसे क्या मांगना।
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