जरूरी काम!
एक दिन एक अँगरेज राजदूत जर्मनी के महान नेता बिस्मार्क से मिलने आया। दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होने लगी। इस बातचीत में बहुत समय लग गया। बातचीत और भी लंबी चलती जा रही थी। अचानक बीच में अँगरेज राजदूत ने बिस्मार्क से पूछा कि आपसे रोजाना सैकड़ों लोग मिलने आते हैं। इन मुलाकातों में तो आपका बहुत समय नष्ट हो जाता होगा?
बिस्मार्क ने जवाब दिया- मैंने इसके लिए एक तरीका अपना रखा है। जब भी मुझे लगता है कि कोई मेरा समय फिजूल नष्ट कर रहा है तो मेरा नौकर आकर मुझे कहता है कि मेरी पत्नी मुझे किसी बहुत जरूरी काम से बुला रही है। बिस्मार्क का यह कहना हुआ कि ठीक इसी समय बिस्मार्क का नौकर आया और उसने कहा- सर आपको मैडम किसी बहुत जरूरी काम से बुला रही है।
हैलो, कौन बोल रहा है...
पीटर गेम्बलिन के सेलफोन पर एक कॉल आया। सामने वाले ने पूछा कौन बोल रहा है। पीटर ने गर्व के साथ अपने फोन पर परिचय, पता और पहचान बता दी। यह सारी बातें कोर्ट में जज ने सुन ली और पुलिस को तुरंत पीटर को पकड़कर लाने को कहा। पीटर को जज ने पुलिस हिरासत में रखने को कहा और उसका नया साल भी वहीं मना।
दरअसल जब फोन चोरी के मामले में पहले पीटर से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कहा था कि इस चोरी से उसका क्या लेना-देना। जब चोरी हुई तब वह अपनी बहन के यहाँ था। तब कोर्ट के जज ने यह नया तरीका अपनाया और चोरी के मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए पीटर को पकड़ लिया।
एक दिन एक अँगरेज राजदूत जर्मनी के महान नेता बिस्मार्क से मिलने आया। दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होने लगी। इस बातचीत में बहुत समय लग गया। बातचीत और भी लंबी चलती जा रही थी। अचानक बीच में अँगरेज राजदूत ने बिस्मार्क से पूछा कि आपसे रोजाना सैकड़ों लोग मिलने आते हैं। इन मुलाकातों में तो आपका बहुत समय नष्ट हो जाता होगा?
बिस्मार्क ने जवाब दिया- मैंने इसके लिए एक तरीका अपना रखा है। जब भी मुझे लगता है कि कोई मेरा समय फिजूल नष्ट कर रहा है तो मेरा नौकर आकर मुझे कहता है कि मेरी पत्नी मुझे किसी बहुत जरूरी काम से बुला रही है। बिस्मार्क का यह कहना हुआ कि ठीक इसी समय बिस्मार्क का नौकर आया और उसने कहा- सर आपको मैडम किसी बहुत जरूरी काम से बुला रही है।
हैलो, कौन बोल रहा है...
पीटर गेम्बलिन के सेलफोन पर एक कॉल आया। सामने वाले ने पूछा कौन बोल रहा है। पीटर ने गर्व के साथ अपने फोन पर परिचय, पता और पहचान बता दी। यह सारी बातें कोर्ट में जज ने सुन ली और पुलिस को तुरंत पीटर को पकड़कर लाने को कहा। पीटर को जज ने पुलिस हिरासत में रखने को कहा और उसका नया साल भी वहीं मना।
दरअसल जब फोन चोरी के मामले में पहले पीटर से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कहा था कि इस चोरी से उसका क्या लेना-देना। जब चोरी हुई तब वह अपनी बहन के यहाँ था। तब कोर्ट के जज ने यह नया तरीका अपनाया और चोरी के मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए पीटर को पकड़ लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें