सूर्यदेव, सूर्य भगवान, प्रत्यक्ष देवता...और भी कितने ही नामों से पुकारते हैं भक्त लोग भगवान सूर्य को। दुनिया में ईश्वर की सत्ता को मानने वाले और न मानने वाले दोनों ही तरह के लोग हैं। कोई कहता है कि, यह दुनिया बगैर किसी ईश्वरीय सत्ता के सिर्फ प्राकृतिक नियमों के तहत ही चल रही है। जबकि दूसरी तरह के वे भक्त या आस्तिक लोग हैं, जिनका ईश्वर की सत्ता पर अटल विश्वास यानि कि भरोसा है।
किन्तु पृथ्वी पर जीवन के आधार भगवान सूर्यदेव के प्रति आस्तिक और नास्तिक दोनों ही तरह के लोगों की समान रूप आस्था एवं श्रृद्धा है। भले ही दुनिया को बनाने वाले ईश्वर को किसी ने न देखा हो, पर सूर्य ऐसे देवता हैं, जिनके अस्तित्व और महत्व पर किसी को भी संदेह नहीं हो सकता। वैसे तो सूर्य एक तारा है किन्तु हमारे जीवन पर सूर्यदेव का कितना प्रभाव है, जग जाहिर है।
भगवान सूर्य की आराधना और पूजा से इंसान की जिंदगी में चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं। तो आइये जाने उन उपायों को जिन्हैं अपनाकर व्यक्ति के जीवन में हर तरह की प्रगति और समृद्धि का आगमन होता है:
- प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व रुटीन वर्क से निपट कर गायत्री मंत्र का जप करें।
- रविवार के दिन व्रत रखें, सम्भव हो तो उस दिन गायत्री जप के बाद में सिर्फ फलाहार ही ग्रहण करें।
- किसी जानकार और विश्वसनीय व्यक्ति से बढिय़ा क्वालिटी का माणिक यानि कि रूबी प्राप्त करके उसे सोने या अष्ट धातु की अंगूठी में बनवा लें। इस अंगूठी को सूर्य मंत्र से अभिषिक्त कर रविवार के ही दिन दाहिने हाथ की कनिष्ठा अंगुली में धारण करें।
- रविवार के दिन जरूरतमंदों, अनाथों, पशु-पक्षियों एवं बुजुर्गों की यथाशक्ति सेवा और सहायता अवश्य करें।
- मन, वचन और कर्म तीनों से ईमानदार और पवित्र रहने का हर संभव प्रयास करें। इन प्रयोगों को पूरे नियम पूर्वक करने पर मात्र सात सप्ताहों में ही अनुकूल प्रभाव दीखने लगता है।
(sabhar-bhaskar)
किन्तु पृथ्वी पर जीवन के आधार भगवान सूर्यदेव के प्रति आस्तिक और नास्तिक दोनों ही तरह के लोगों की समान रूप आस्था एवं श्रृद्धा है। भले ही दुनिया को बनाने वाले ईश्वर को किसी ने न देखा हो, पर सूर्य ऐसे देवता हैं, जिनके अस्तित्व और महत्व पर किसी को भी संदेह नहीं हो सकता। वैसे तो सूर्य एक तारा है किन्तु हमारे जीवन पर सूर्यदेव का कितना प्रभाव है, जग जाहिर है।
भगवान सूर्य की आराधना और पूजा से इंसान की जिंदगी में चमत्कारी लाभ प्राप्त होते हैं। तो आइये जाने उन उपायों को जिन्हैं अपनाकर व्यक्ति के जीवन में हर तरह की प्रगति और समृद्धि का आगमन होता है:
- प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व रुटीन वर्क से निपट कर गायत्री मंत्र का जप करें।
- रविवार के दिन व्रत रखें, सम्भव हो तो उस दिन गायत्री जप के बाद में सिर्फ फलाहार ही ग्रहण करें।
- किसी जानकार और विश्वसनीय व्यक्ति से बढिय़ा क्वालिटी का माणिक यानि कि रूबी प्राप्त करके उसे सोने या अष्ट धातु की अंगूठी में बनवा लें। इस अंगूठी को सूर्य मंत्र से अभिषिक्त कर रविवार के ही दिन दाहिने हाथ की कनिष्ठा अंगुली में धारण करें।
- रविवार के दिन जरूरतमंदों, अनाथों, पशु-पक्षियों एवं बुजुर्गों की यथाशक्ति सेवा और सहायता अवश्य करें।
- मन, वचन और कर्म तीनों से ईमानदार और पवित्र रहने का हर संभव प्रयास करें। इन प्रयोगों को पूरे नियम पूर्वक करने पर मात्र सात सप्ताहों में ही अनुकूल प्रभाव दीखने लगता है।
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