मंगलवार, 10 अगस्त 2010

सेहत

दर्द है तो यह करें...
पेट दर्द, पीठ दर्द और कमर दर्द जैसी आम समस्याएं आज लगभग हर व्यक्ति को सताती हैं। इनसे निपटने के लिए हंसासन काफी लाभदायक और तुरंत ही आराम प्रदान करना वाला है। इस आसन से इन बीमारियों के साथ ही कई अन्य छोटी-बड़ी बीमारियां भी दूर हो जाता है।

हंसासन की विधि

समतल स्थान पर कंबल आदि बिछाकर घुटनों के बल बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को फर्श पर टिकाकर रखें। अंगुलियों को आगे की ओर करके व अंगुलियों को खोलकर रखें। दोनों हाथों के बीच 10 इंच की दूरी रखें। अब घुटनों को मोड़कर आगे की ओर और कोहनियों को मोड़कर पीछे की ओर करें।

इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हथेलियों पर जोर देकर अपने शरीर के पिछले भाग को ऊपर उठाएं तथा शरीर का पूरा भाग हथेलियों पर रखकर संतुलन बनाएं। अब गर्दन को आगे की ओर झुकाकर शरीर का आकार पक्षी की तरह बनाएं। इस स्थिति में 10 से 30 सैकेण्ड तक रहें और इस क्रिया को 2 से 3 बार करें। शुरु में यह अभ्यास कठिन होता है, परन्तु प्रतिदिन अभ्यास करने से यह सरल हो जाता है।
हंसासन के लिए सावधानी

इस आसन का अभ्यास शुरु में करना कठिन होता है। इस आसन की सभी क्रिया धीरे-धीरे करें तथा सांस लेने व छोडऩे की क्रिया सामान्य रुप से करें।

आसन के अभ्यास से रोगों में लाभ

इस आसन से हाथ व पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है तथा गर्दन का मोटापा कम होता है। इस से छाती मजबूत, पुष्ट व चौड़ा होता है तथा शरीर शक्तिशाली बनता है। इस आसन से चेहरे पर तेज, चमक तथा शरीर में स्फूर्ति व ताजगी आती है।

नाड़ी-तंत्र (स्नायु तंत्र) सही रुप से काम करने लगता है, जिससे रक्त संचार (खून का बहाव) तेज हो जाता है। यह पेट की चर्बी को कम कर मोटापे को घटाता है। इससे फेफड़े स्वच्छ एवं अधिक सक्रिय बने रहते हैं। यह मल-मूत्र की रुकावट को दूर करता है और पेट दर्द, पीठ दर्द, कमर दर्द, पसली का दर्द तथा प्लूरिसी आदि रोगों को खत्म करता है। इस आसन से शरीर में काफी ऊर्जा उत्पन्न होती है जिससे आपका पूरा दिन अच्छे से गुजरता है। कार्यक्षमता में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी होती है।

जवानी में सफेद बाल और रूसी, नाखुन रगड़ो
शशिकांत
आज अधिकांश युवाओं को सफेद बाल की समस्या परेशान कर रही है। असमय सफेद बाल से बचने के लिए युवा कई तरह के जतन करते हैं। कई दवाइयां, शैम्पू आदि का प्रयोग करते हैं। काफी पैसा लगाने के बाद भी बाल सफेद होने से नहीं रोक पाते। बालों को सफेद होने से रोकने के लिए एक बहुत सरल क्रिया है हाथों के नाखुन रगडऩा।
नाखुन रगडऩे से बाल काले क्यों रहते हैं...
नाखुन रगडऩे से बाल काले रहते हैं क्योंकि हमारे हाथों के नाखुन के नीचे जो ग्रंथियां और नसें हैं, उनका संबंध बालों से है। लगातार नाखुन रगडऩे से इन ग्रंथियां एक्टिव रहती है और बालों को सफेद होने से रोकती है।
- यह क्रिया काफी फायदेमंद हैं और इससे बहुत जल्द बाल सफेद होने पर रोक लग जाती है।
- इस क्रिया को आप कभी भी कहीं भी कर सकते हैं।
- इस क्रिया के लिए समय आदि का कोई बंधन नहीं है।
- आपको जहां समय मिले इस क्रिया को कर सकते हैं।
- इस क्रिया से बालों से जुड़ी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- बालों से रूसी दूर हो जाती है।
कैसे रगड़े नाखुन...
नाखुन रगडऩे के लिए अपने दोनों को समान रूप से आमने-सामने रखकर अंगुलियों को अंदर की मोड़ें। अब दोनों हाथों की अंगुलियों को परस्पर रगडऩा शुरू करें। यह क्रिया कभी भी की जा सकती है। इस क्रिया को कम से कम पांच मिनिट तक अवश्य करें। इसका नियमित अभ्यास आपके बालों को असमय सफेद होने से रोकेगा।
सावधानी...
इस क्रिया को आराम से करें। ज्यादा तेजी से नाखुन ना रगड़ें। नाखुन पर अत्यधिक दबाव भी ना बनाएं। ध्यान रहे नाखुनों से अंगुलियों की त्वचा को कोई नुकसान ना पहुंचे।

जॉगिंग से मोटापा कम करें, स्वस्थ रहें...
कहते जाता है कि सुबह की शुरूआत अच्छी हो तो दिनभर अच्छा रहता है। यह बात सही भी है यदि आप सुबह की शुरूआत अच्छे वातावरण में सुख और शांति का अनुभव करके करेंगे तो आप दिनभर वैसा ही महसूस करेंगे।
आजकल समय अभाव के कारण शरीर के स्वास्थ्य के संबंध में सावधानी रखना काफी मुश्किल हो गया है। ऐसे में सुबह-सुबह थोड़ा समय जॉगिंग के लिए निकाला जाए तो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहता है।
जॉगिंग के फायदे:
- यदि आपको भुख कम लगती है तो भुख बढ़ाने के लिए जॉगिंग से अच्छा अन्य कोई उपाय नहीं है।
- मोटापा कम करने में भी जॉगिंग काफी लाभदायक उपाय है।
- जॉगिंग से पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है।
- दौडऩे से शरीर की मांसपेशियों मजबूत होती हैं।
- दौडऩे से पूरा शरीर एक्टिव हो जाता है और अंग-अंग फुर्तिला बनता है।
- अनिंद्रा जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
- अपच, कब्ज, एसिडिटी जैसी पेट की समस्याएं हमेशा आपसे दूर रहेंगी।
जॉगिंग के लिए सावधानियां-
वैसे तो जॉगिंग एक सामान्य व्यायाम है परंतु इसमें भी सावधानी रखने की आवश्यकता है। जैसे आप बीमार हैं, पेट संबंधी कोई बीमारी है या अन्य कोई बीमारी है तो जॉगिंग ना करें, डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें। अत्यधिक दौडऩा भी स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं रहता है। शरीर के क्षमता से अधिक जॉगिंग ना करें।
(dainik bhaskar se sabhar)

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