देवी-देवताओं की पूजा में आरती सबसे महत्वपूर्ण कर्म है। आरती के साथ ही पूजा-अर्चना पूर्ण होती है। पूजा में आरती के महत्व को देखते हुए दीपक तैयार करते समय कई सावधानियां रखनी अनिवार्य है। विधि-विधान से तैयार किए गए दीपक से देवी-देवताओं की कृपा जल्दी ही
- देवताओं को घी का दीपक अपनी बायीं ओर तथा तेल का दीपक दायीं ओर लगाना चाहिए।
- देवी-देवताओं को लगाया गया दीपक पूजन कार्य के बीच बुझना नहीं चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें।
- दीपक हमेशा भगवान के सामने ही लगाएं।
- घी के दीपक के लिए सफेद रुई की बत्ती लगाएं।
- तेल के दीपक के लिए लाल बत्ती का उपयोग किया जाना चाहिए।
- दीपक कहीं से खंडित या टूटा नहीं होना चाहिए।
- देवताओं को घी का दीपक अपनी बायीं ओर तथा तेल का दीपक दायीं ओर लगाना चाहिए।
- देवी-देवताओं को लगाया गया दीपक पूजन कार्य के बीच बुझना नहीं चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें।
- दीपक हमेशा भगवान के सामने ही लगाएं।
- घी के दीपक के लिए सफेद रुई की बत्ती लगाएं।
- तेल के दीपक के लिए लाल बत्ती का उपयोग किया जाना चाहिए।
- दीपक कहीं से खंडित या टूटा नहीं होना चाहिए।
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