ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियां बताई गई हैं। इन्हीं राशियों पर सभी का भूत-भविष्य और वर्तमान निर्भर करता है। इन राशियों का स्वरूप अलग-अलग होता है। व्यक्ति की राशि के आधार पर ही उसके स्वभाव का आंकलन किया जाता है।
किसी राशि का कैसा है स्वरूप?
मेष: मेष राशि भेड़ का समान होती है।
वृष: इस राशि में बैल का चित्र दिखाई देता है।
मिथुन: इस राशि में नारी व पुरुष का युग्म, नारी के हाथ में वीणा और पुरुष के हाथ में धारण किए हुए चिन्ह होते हैं।
कर्क: इसका स्वरूप केकड़े के समान होता है।
सिंह: इस राशि में सिंह की आकृति दिखाई देती है।
कन्या: इस राशि के स्वरूप में एक लड़की नौका में बैठी हुई दिखाई देती है। जिसके हाथ में धान व अग्नि होती है।
तुला: एक पुरुष तराजू हाथ में लिए दिखाई देता है।
वृश्चिक: इसका रूप बिच्छू के समान रहता है।
धनु: इस राशि का स्वरूप में हाथ में धनुष लिए एक पुरुष दिखाई देता है। साथ ही घोड़ा भी दिखाई देता है।
मकर: इसका मृग यानि हिरण के समान मुख वाला स्वरूप होता है।
कुंभ: इसका स्वरूप में कंधे पर कलश लिए एक पुरुष दिखाई देता है।
मीन: इस राशि में दो मछलियां एक के मुख पर दूसरे की पूंछ लगकर गोल बनी हुई है।
किसी राशि का कैसा है स्वरूप?
मेष: मेष राशि भेड़ का समान होती है।
वृष: इस राशि में बैल का चित्र दिखाई देता है।
मिथुन: इस राशि में नारी व पुरुष का युग्म, नारी के हाथ में वीणा और पुरुष के हाथ में धारण किए हुए चिन्ह होते हैं।
कर्क: इसका स्वरूप केकड़े के समान होता है।
सिंह: इस राशि में सिंह की आकृति दिखाई देती है।
कन्या: इस राशि के स्वरूप में एक लड़की नौका में बैठी हुई दिखाई देती है। जिसके हाथ में धान व अग्नि होती है।
तुला: एक पुरुष तराजू हाथ में लिए दिखाई देता है।
वृश्चिक: इसका रूप बिच्छू के समान रहता है।
धनु: इस राशि का स्वरूप में हाथ में धनुष लिए एक पुरुष दिखाई देता है। साथ ही घोड़ा भी दिखाई देता है।
मकर: इसका मृग यानि हिरण के समान मुख वाला स्वरूप होता है।
कुंभ: इसका स्वरूप में कंधे पर कलश लिए एक पुरुष दिखाई देता है।
मीन: इस राशि में दो मछलियां एक के मुख पर दूसरे की पूंछ लगकर गोल बनी हुई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें