मंगलवार, 9 नवंबर 2010

यह है कश्मीर का गया-क्षेत्र


गया-क्षेत्र को श्राद्ध, तर्पण या पिण्ड-दान के लिए भारत में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। गया बिहार राज्य में पटना के पास स्थित है।
सभी चाहते हैं कि वे श्राद्ध पक्ष में अपने आत्मीय संबंधियों का तर्पण या पिण्ड-दान गया में ही करें लेकिन सभी के लिए यह आवश्यक नहीं कि वह गया जाकर ही श्राद्ध कर्म पूरे करे।
ऐसे में जिस जगह व्यक्ति विशेष रहते हैं वहीं किसी ऐसी जगह श्राद्ध कर्म पूरे कर लिये जाते हैं, जिनका विशेष पौराणिक या धार्मिक महत्व होता है।
ऐसा ही एक स्थान है- पुरमण्डल।
यह स्थान जम्मू के पास देविका नदी के तट पर स्थित है। तट पर ही भगवान भोलेनाथ का विशाल और भव्य मंदिर है। पास ही उमापति महादेव का मंदिर है।
इसके अलावा भी यहां बहुत से मंदिर हैं जो अपनी विशेष कलाकृति के लिए प्रसिद्ध हैं। पुरमण्डल को मंदिरों की अधिकता के कारण मंदिरों का शहर कहा जाता है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे कश्मीर का गया-क्षेत्र कहा गया है। कहते हैं आसपास के जो लोग गया नहीं जा पाते, वे यहां आकर श्राद्ध करते हैं। महाराज रणजीत सिंह ने यहां की यात्रा की थी और यहां अनेक मंदिरों का निर्माण करवाया था।
प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से यहां का वातावरण देखने लायक है। खासकर सर्दियों में तो यहां की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं।
कैसे पहुंचे- जम्मू-पठानकोट रोड पर जम्मू से 15 किलोमीटर आगे एक कच्ची सड़क अलग होती है। इसी सड़क पर 30 किलोमीटर आगे जाने पर पुरमण्डल पड़ता है।
जम्मू से पैदल पगडड़ी मार्ग के रास्ते से यह स्थान सिर्फ 20 किलोमीटर दूर है।

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