बुधवार, 2 अप्रैल 2014

दोस्ती एक एहसास है

(लेखिका-हेमलता यादव,जयपुर) दोस्ती नाम है शरारत का, मुस्कुराहट का, उम्रभर की चाहत का। दोस्ती एक अहसास है, न भूल सको वो ख्वाब है। कभी यादों में, कभी ख्वाबों में, वो हर कहीं ‍मिल जाता है। कोई आए या ना आए, दोस्त हर मुसीबत में दौड़ा चला आता है। दोस्ती जुनून है, जिसे पाकर मिलता है असीम सुख। दोस्ती सुकून है, जो हमें हर तकलीफ से निज़ात दिलाता है। दु:ख की तपन में दोस्त शीतल बयार बन आता है। कभी छेड़छाड़, कभी इकरार, हर दिन की तकरार, मगर दिलों में है प्यार। दोस्ती इसी का नाम है सरकार।

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