सोमवार, 8 जून 2015

महिलाओं के लिए एक मिसाल है नीना

 समाजसेवा करने का जूनून है 
राजनीति हो या समाजसेवा , हर क्षेत्र में आगे बढ़कर जरूरतमंदों की सेवा करने में उन्हें सुकून मिलता है.। कभी भिखारियों को भोजन कराना ,तो कभी धुप में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मचारियों को पानी के बोतल बाटना या फिर राजनीति से परे हटकर गरीबों की सेवा करना इनका मकसद बन गया है। इस शखि़्सयत का नाम है नीना युसूफ। हम कह सकते हैं कि नीना महिलाओं के लिए एक मिसाल है। व्यस्त जिंदगी में भी महिलायें घर से निकलकर समाजसेवा करती है तो निश्चित ही एक बेहतर कदम है। नीना जरूर तारीफ़ की हक़दार है। समाजसेवा में घर- बार और राजनीति आड़े नही आती। नीना प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रवक्ता और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की अध्यक्ष है।

नीना अपनी दिल की तसल्ली के लिए बुजुर्गों की सेवा लगी रहती है। जब भी उनके पास समय होती है वे श्यामनगर की वृद्धाश्रम चली जाती है। और वहां रह रही 40 बेसहारा महिलाओं को जरुरत की चीजें दे आती हैं। उनका कहना है कि इस तरह की सेवा से उन्हें अजीब सा सुकून मिलता है। जब तक उनके शरीर में जान है तब तक वे इस तरह की समाज सेवा करती रहेगी। नीना युसूफ ने अभी हाल ही में कटोरा तालाब की 3 बच्चियों को गोद लेकर एक मिसाल कायम की है। उनकी पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्च वे उठा रही है। वे कहती है कि इन बच्चियों को जरुरत है शिक्षा दीक्षा की इसलिए मैंने इनका जिम्मा उठाया है। इन्हे पढ़ा लिखा कर एक जिम्मेदार नागरिक बनाना हमारा कर्तब्य है।
अपंग और मूक बधिर बच्चों को शिक्षित करना नीना अपना फर्ज समझती है। साथ ही उन्होंने लड़कियों को सुन्दर बनाने की कला भी मुफ्त में सिखाती है। वे कहती है कि आत्मा के साथ साथ शरीर से भी सुन्दर होना चाहिए। इसलिए मैं लोगो को सुन्दर बनाती हूँ और कला भी सिखाती हूँ। नीना सरकार की बेटी बचाओ अभियान को सही तो ठहराती है पर कहती है कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है सही तरीके से इस अभियान को चलाने की जरुरत है। आज राज्य में लडकियां सुरक्षित नहीं है। बलात्कार की घटनाएं बढ़ी है ऐसे में सरकार को गंभीरता से कदम उठाना चाहिए।

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