० कलाकारों का सम्मान करे सरकार
रायपुर। राष्ट्रीय सम्मान से नवाजी जा चुकी छत्तीसगढ़ की लोकगायिका भानुमति कोसरे राज्योत्सव २०१४ में अपमानित होने से दुखी है। उनका कहना है कि सरकार के नुमाईंदे राज्य के कलाकारों का सम्मान करना सीखे क्योकि वे सम्मान के ही भूखे होते है। दूरदर्शन रायपुर,भोपाल के लिए लोकगीत गए चुकी भानुमति बताती है कि परिवार वालों के विरोध के बाद भी वे इस क्षेत्र में बनाई है। १५ छत्तीसगढ़ी फ़िल्में, कई एल्बम और स्टेज शो कर चुकी भानुमति लोकगायिका के लिए राष्ट्रीय एवार्ड से सम्मानित हो चुकी है। उनसे हमने हर पहलूओं पर बात की है पेश है बातचीत के संपादित अंश।
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संक्षिप्त परिचय
० नाम - भानुमति कोसरे
० कला- लोकगायिका, फिल्म अभिनेत्री
० चर्चित फिल्म - कारी,ऐसे होते प्रीत, पठौनी के चक्कर
भुला जहां देबे, सजना मोर
० आगामी फिल्म - छलिया, मया २ , सिधवा सजन
० अवार्ड - लोकगीत का राष्ट्रीय अवार्ड
बाबा साहेब आम्बेडकर कलाश्री ,
केरल साहब आम्बेडकर कलाश्री
० उपलब्द्धी - १५ छत्तीसगढ़ी फिल्मे, विज्ञापन , दूरदर्शन में काम
पता - भिलाईनगर , जिला -दुर्ग
० आपको गाने का और अभिनय का शौक कैसे हुआ?
०० बचपन से ही मुझे गाने का शौक था। मै पंडवानी देख देखकर मुझे भी इच्छा हुई और मै गायिकाओं की कापी करने लगी।
० परिवार का कितना सहयोग मिला?
०० कभी नही मिला। जब मै गाने की नक़ल करती थी तब मेरी दादी डांटती थी, बोलती थी - नाचबीन बनबे का।
० फिर कैसे आ गयी इस क्षेत्र में , परिजनों ने रोका नहीं?
० ० सबसे पहले सोनहा बिहान के लिए गाना गई थी तब मुझे काफी विरोध का सामना करना पड़ा था। लेकिन मैंने कदम पीछे नहीं हटाई और आगे बढ़ती चली गयी।
० आप अपना प्रेरणाश्रोत और आदर्श किसे मानती है?
०० मेरी माँ तीरथ बाई मेरी प्रेरणाश्रोत रही है वे रेडियो के लिए गाती थी जब मै क्लास दो में थी तब से रेडियो सुनटी रही हूँ।
० कितने फिल्मो में अकाम कर चुकी है और कौन सा फिल्म आपको अच्छी लगी?
०० मैंने १५ फिल्मो में काम की है और मया की डोरी मेरी सबसे अच्छी फिल्म उसमे मैंने विलेन की भूमिका की है।
० कभी आपको निराशा महसूस हुई है/
०० हाँ! एक बार एक भावनात्मक डायलॉग बोलते समय मुझे काफी निराशा हुई थी। मुझे अकेली होने का एहसास हुई थी। बहुत पीड़ा हुई अपने पति की याद में मै रो पडी थी।
० कभी उत्साह का कोई क्षण आया हो?
०० फिल्म छलिया में एक लड़की की समय मै बहुत ही उत्साहित हुई थी।
० छत्तीसगढ़ी फिल्मो में आपको कौन से कलाकार पसंद है?
०० प्रदीप शर्मा! उनके साथ काम करके मुझे बहुत ही अच्छा लगा था और सीखने को भी मिला था। उस फिल्म में वह मेरे पति की भूमिका में थे।
रायपुर। राष्ट्रीय सम्मान से नवाजी जा चुकी छत्तीसगढ़ की लोकगायिका भानुमति कोसरे राज्योत्सव २०१४ में अपमानित होने से दुखी है। उनका कहना है कि सरकार के नुमाईंदे राज्य के कलाकारों का सम्मान करना सीखे क्योकि वे सम्मान के ही भूखे होते है। दूरदर्शन रायपुर,भोपाल के लिए लोकगीत गए चुकी भानुमति बताती है कि परिवार वालों के विरोध के बाद भी वे इस क्षेत्र में बनाई है। १५ छत्तीसगढ़ी फ़िल्में, कई एल्बम और स्टेज शो कर चुकी भानुमति लोकगायिका के लिए राष्ट्रीय एवार्ड से सम्मानित हो चुकी है। उनसे हमने हर पहलूओं पर बात की है पेश है बातचीत के संपादित अंश।
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संक्षिप्त परिचय
० नाम - भानुमति कोसरे
० कला- लोकगायिका, फिल्म अभिनेत्री
० चर्चित फिल्म - कारी,ऐसे होते प्रीत, पठौनी के चक्कर
भुला जहां देबे, सजना मोर
० आगामी फिल्म - छलिया, मया २ , सिधवा सजन
० अवार्ड - लोकगीत का राष्ट्रीय अवार्ड
बाबा साहेब आम्बेडकर कलाश्री ,
केरल साहब आम्बेडकर कलाश्री
० उपलब्द्धी - १५ छत्तीसगढ़ी फिल्मे, विज्ञापन , दूरदर्शन में काम
पता - भिलाईनगर , जिला -दुर्ग
० आपको गाने का और अभिनय का शौक कैसे हुआ?
०० बचपन से ही मुझे गाने का शौक था। मै पंडवानी देख देखकर मुझे भी इच्छा हुई और मै गायिकाओं की कापी करने लगी।
० परिवार का कितना सहयोग मिला?
०० कभी नही मिला। जब मै गाने की नक़ल करती थी तब मेरी दादी डांटती थी, बोलती थी - नाचबीन बनबे का।
० फिर कैसे आ गयी इस क्षेत्र में , परिजनों ने रोका नहीं?
० ० सबसे पहले सोनहा बिहान के लिए गाना गई थी तब मुझे काफी विरोध का सामना करना पड़ा था। लेकिन मैंने कदम पीछे नहीं हटाई और आगे बढ़ती चली गयी।
० आप अपना प्रेरणाश्रोत और आदर्श किसे मानती है?
०० मेरी माँ तीरथ बाई मेरी प्रेरणाश्रोत रही है वे रेडियो के लिए गाती थी जब मै क्लास दो में थी तब से रेडियो सुनटी रही हूँ।
० कितने फिल्मो में अकाम कर चुकी है और कौन सा फिल्म आपको अच्छी लगी?
०० मैंने १५ फिल्मो में काम की है और मया की डोरी मेरी सबसे अच्छी फिल्म उसमे मैंने विलेन की भूमिका की है।
० कभी आपको निराशा महसूस हुई है/
०० हाँ! एक बार एक भावनात्मक डायलॉग बोलते समय मुझे काफी निराशा हुई थी। मुझे अकेली होने का एहसास हुई थी। बहुत पीड़ा हुई अपने पति की याद में मै रो पडी थी।
० कभी उत्साह का कोई क्षण आया हो?
०० फिल्म छलिया में एक लड़की की समय मै बहुत ही उत्साहित हुई थी।
० छत्तीसगढ़ी फिल्मो में आपको कौन से कलाकार पसंद है?
०० प्रदीप शर्मा! उनके साथ काम करके मुझे बहुत ही अच्छा लगा था और सीखने को भी मिला था। उस फिल्म में वह मेरे पति की भूमिका में थे।
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