हिन्दू धर्म में कठिन और मुश्किल वक्त की तुरंत काट के लिए बल, बुद्धि और विद्या के दाता श्री हनुमान का स्मरण किया जाता है। चूंकि हनुमान का चरित्र और बल ही त्रास और संताप का हरण करने वाला बताया गया है। इसलिए उनकी किसी भी वक्त स्तुति मानसिक भय, संशय, निराशा, अमंगल की अचूक काट मानी गई है।
श्री हनुमान की भक्ति के लिए सबसे आसान और मनचाही कामनाओं को पूरा करने वाली स्तुति श्री हनुमान चालीसा मानी गई है। इसी हनुमान चालीसा की एक चौपाई खासतौर पर श्री हनुमान की कृपा देने के साथ ही विघ्रनाशक और मंगलकारी मानी गई है।
अगर आप घर-परिवार से जुड़े किसी शुभ या मंगल कार्य, परीक्षा या साक्षात्कार, प्रतियोगिता या कार्यक्षेत्र से जुड़ी किसी विशेष योजना में सफलता चाहते हैं, लेकिन पूरी तैयारी के बाद भी मन में संशय या भय बना रहे तो उस दिन या जाते वक्त सिर्फ इस हनुमान चौपाई का मन ही मन नीचे बताए तरीके से स्मरण करें -
- सुबह स्नान कर घर या मंदिर में श्री हनुमान की सिंदूर की प्रतिमा गंध, अक्षत, फूल, सिंदूर और गुड़-चने का नैवेद्य चढ़ाएं।
- कार्य विशेष के लिए जाते समय श्री हनुमान के चरणों में लगा थोड़ा-सा सिंदूर मस्तक यानी दोनों भौहों के बीच या सिर के चोटी यानी शिखा वाले स्थान पर लगाकर कार्य की सफलता की कामना से नीचे लिखी हनुमान चौपाई बोलें -
जै जै जै हनुमान गोसाईं, कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।
आस्था है कि श्री हनुमान के ऐसे स्मरण और सिर पर लगा सिंदूर बुद्धि और मन को बल, शक्ति, ऊर्जा और एकाग्रता देने वाले होते हैं, जो सफलता के लिये जरूरी है।
श्री हनुमान की भक्ति के लिए सबसे आसान और मनचाही कामनाओं को पूरा करने वाली स्तुति श्री हनुमान चालीसा मानी गई है। इसी हनुमान चालीसा की एक चौपाई खासतौर पर श्री हनुमान की कृपा देने के साथ ही विघ्रनाशक और मंगलकारी मानी गई है।
अगर आप घर-परिवार से जुड़े किसी शुभ या मंगल कार्य, परीक्षा या साक्षात्कार, प्रतियोगिता या कार्यक्षेत्र से जुड़ी किसी विशेष योजना में सफलता चाहते हैं, लेकिन पूरी तैयारी के बाद भी मन में संशय या भय बना रहे तो उस दिन या जाते वक्त सिर्फ इस हनुमान चौपाई का मन ही मन नीचे बताए तरीके से स्मरण करें -
- सुबह स्नान कर घर या मंदिर में श्री हनुमान की सिंदूर की प्रतिमा गंध, अक्षत, फूल, सिंदूर और गुड़-चने का नैवेद्य चढ़ाएं।
- कार्य विशेष के लिए जाते समय श्री हनुमान के चरणों में लगा थोड़ा-सा सिंदूर मस्तक यानी दोनों भौहों के बीच या सिर के चोटी यानी शिखा वाले स्थान पर लगाकर कार्य की सफलता की कामना से नीचे लिखी हनुमान चौपाई बोलें -
जै जै जै हनुमान गोसाईं, कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।
आस्था है कि श्री हनुमान के ऐसे स्मरण और सिर पर लगा सिंदूर बुद्धि और मन को बल, शक्ति, ऊर्जा और एकाग्रता देने वाले होते हैं, जो सफलता के लिये जरूरी है।
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