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अलग ही नहीं है बल्कि एक ही धर्म के लोगों के रिति रिवाजों में भी अंतर होता है। हमारे यहां कई ऐसी क्षेत्रीय परंपराएं है जो देश के दूसरे क्षेत्र के लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बन जाती है। यूपी के रायबरेली जिले का जहांगीराबाद गांव भी सालों से एक ऐसी ही परंपरा का साक्षी रहा है।
सामान्यत: हिन्दू परंपरा के अनुसार दूल्हा वरनिकासी के समय घोड़ी पर बैठता है। लेकिन एक गांव ऐसा भी है, जहां इसके ठीक उलट होता है। यानी दूल्हा घोड़ी पर नहीं बैठता दुल्हन बैठती है। यहां दूल्हा दुल्हन के बारात लेकर आने का इंतजार करता है, जब कि दुल्हन पगड़ी पहनकर सफेद घोड़ी पर बैठती है। सुनने में या पढऩे में चाहे ये बात अजीब लगे लेकिन इस क्षेत्र के लोगों का ऐसा मानना है कि अगर लड़कियां इस परंपरा को नहीं निभातीं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहता है।
इस क्षेत्र में जब भी ऐसा किया गया कि लड़कियों ने शादी के वक्त इस परंपरा को नहीं निभाया गया । ऐसे मामलों में या तो पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ गई।
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