मंगलवार, 21 दिसंबर 2010

बातचीत अम्माजी से

गांव से निकल दिल्ली पहुंची अम्माजी
धारावाहिकों में लीप लेना यानी उसकी कहानी, विषय वस्तु और किरदारों आदि को मौजूदा समय से कहीं आगे ले जाना अब एक ट्रेंड बन गया है, लेकिन कलर्स के सुपरहिट शो ‘ना आना इस देस लाडो’ में लिया गया लीप सबके रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा है। जी हां, इस शो में कहानी को 18 साल आगे बढ़ा दिए जाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। अब अम्माजी गांव में नहीं, बल्कि दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश में दिखाई देंगी। शो के किरदार गांव की अक्खड़ बोली नहीं, बल्कि दिल्ली की देसी बोली बोलते दिखाई देंगे।

आगामी 21 दिसंबर से ‘ना आना इस देस लाडो’ वीरपुर के ग्रामीण परिवेश से निकल कर दिल्ली के ग्रेटर कैलाश जैसी आलीशान जगह की ओर बढ़ेगा, जहां अम्माजी, उनके परिवार और अंबा, अम्माजी की परित्यक्त बेटी के साथ नया जीवन आरंभ होगा। भानु प्रताप को अम्माजी के परिवार को मिटाने में तब आंशिक सफलता मिलेगी, जब राघव भानु के हमलों में दम तोड़ देगा और सिया अंबा की देख रेख में जुड़वा लड़कियों को जन्म देने के बाद अपनी अंतिम सांस लेगी। अपनी मौत से पहले राघव अपनी बच्चियों का पालन-पोषण अहिंसा वाले माहौल में करने की जिम्मेदारी अम्मा जी को सौंपेगा, जबकि अंबा उस दूसरी जुड़वां बच्ची की परवरिश करेगी, जो इस लड़ाई के दौरान अलग हो जाती है। अब सिया की जुड़वा लड़कियां अम्माजी के लिए प्रतिशोध की देवी बनेंगी या उनकी भावी विरासत? ये आने वाले एपिसोड में पता चलेगा।
इस बदलाव के बारे में कलर्स की अश्विनी यार्डी कहती हैं, ‘इस शो की ताकत हमेशा से ही एक ग्रामीण परिवेश में इसके शक्तिशाली महिला किरदार, उनकी जीतें और संघर्ष रही है। चूंकि यह धारावाहिक अपना 500वां अंक पूरा करने की दहलीज पर है, इसलिए हम आधुनिक सामाजिक परिवेश में अम्माजी और अम्बा के पहले से मजबूत गुट में नए मिलनसार किरदार जोड़ कर अपने वफादार दर्शकों के साथ अपने रिश्ते को और मजबूत बनाना चाहते हैं, जो उनका और भी अधिक मनोरंजन करेगा।’
जानकारी के अनुसार कलर्स अपने दर्शकों के लिए राघव और सिया की जुड़वां लड़कियों के नाम चुनने के लिए एक नई कैम्पेन चलाएगा। इन जुड़वां लड़कियों का 21 दिसंबर के शो में परिचय कराया जाएगा।
अभी तक छांटे गए दो नाम हैं ध्वनि और साक्षी, रीवा और अहाना, जानवी और दिया। जुड़वां लड़कियों की भूमिका में आपको मासूम दिखाई देने वाली सिमरन कौर और उत्साही एवं प्रफुल्लित वैष्णवी धनराज दिखाई देंगी। चर्चा तो इस बात की भी जोरों पर है कि दर्शकों को तब जबरदस्त झटका लगेगा, जब वे अम्माजी को अपनी पोती के लिए दाई का किरदार निभाते देखेंगे। अपने किरदार में आए बदलाव के बारे में अम्माजी उर्फ मेघना मलिक कहती हैं, ‘लगभग दो वर्षों से इस चरित्र को जीना और अभिनय करना बहुत ही शानदार और चुनौतीपूर्ण रहा। अब जबकि यह धारावाहिक 18 साल की छलांग लगाने जा रहा है तो मैं भी एक अलग भूमिका अदा करने के लिए काफी उत्सुक हूं।

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