शनिवार, 13 जून 2015

लोगो की दिलो पर राज करना चाहती है ऐश्वर्या

अच्छा इंसान और बेस्ट अभिनेत्री बनने की तमन्ना है 
ऐश्वर्या राज का गाना वीडियो इस समय यू ट्यूब पर धूम मचा रहा है. उनका गाना 'वेन आई ऐम अलोन' ग्लोबल रैंकिंग में टॉप 100 में शामिल है। पूरा गाना खुद का लिखा हुआ है. इन गानों में कंपोजिशन भी ऐश्वर्या ने ही दिया है और विडियो में ऐक्टिंग भी उन्होंने खुद की है। ना किसी ने सिखाया और ना ही किसी ने प्रेरणा दी। ऐसे कलाकार बिरले ही होते हैं। अब ऐश्वर्या की तमन्ना एक बेस्ट अभिनेत्री और अच्छा इंसान बनने की है। अच्छे इंसान की तौर पर वे लोगो  के दिलो पर राज करना चाहती है। ऐश्वर्या से श्वेता शर्मा ने हर पहलूओं पर बेबाक बात की। पेश है बातचीत के संपादित अंश। 
0 आपको एक्टिंग का शौक कब से है ?
00 जब से मैंने बचपन में फिल्म देखना शुरू किया था तब से मुझे एक्ट्रेस बनाने की रूचि जागी थी। और तभी मैं मैंने इस दिशा में काम करना भी शुरू कर दिया था। 
0 मौका कैसे मिला और आपके प्रेरणाश्रोत कौन है ?
00 मौका मुझे अपने ही गानों के एल्बम से मिला । मैं माधुरी दीक्षित को अपना आदर्श मानती हूँ। 
0 आप फिल्मो में अभिनेत्री की भूमिका निभाती है, तो आपको कैसा महसूस होता है?
 00 बहुत ही अच्छा महसूस होता है । खुशी की बात होती है खुद को उस जगह देखना जहां आपको पहुचने की बहुत ही तमन्ना थी । 
0 कोई ऐसा अवसर आया हो ,जब आप बहुत उत्साहित हुई हो?
00 ऐसा कोई बड़ा क्षण नहीं आया है। बड़े बड़े सपने पूरे होने का इन्तजार है। जिस दिन कोई बड़ा सपना पूरा होगा उस दिन उत्साह का क्षण होगा । 
0 ऐसा कोई क्षण जब निराशा मिली हो?
00 नहीं मेंरे लिए ऐसा कोई क्षण नहीं आया है हार को भी मैं निराशा में नहीं लेती हूँ। क्योकि हार भी बहुत कुछ सीखा जाती है। 
0 रील लाइफ और रीयल लाइफ में क्या अंतर है?
00 रील लाइफ में रीटेक संभव हो रियल लाइफ में नहीं। 
0 छत्तीसगढ़ी फिल्मे थियेटरों में ज्यादा दिन नही चल पाती ,आप क्या कारण मानती है ?
00 छत्तीसगढ़ी फिल्मो में अभी सुधार की बहुत जरुरत है। अगर कहानी और फिल्मांकन अच्छा हो तो किसी भी भाषा में फिल्म हो दर्शकों को पसंद आएगी। 
0 आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
00 खुद को बेस्ट एक्ट्रेस और बेहतर इंसान बनते हुए देखना चाहती हूँ। 
0 आप फिल्मो में अपनी भूमिका कैसे निभाते है और कैसा महसूस होता है?
00 कोई भी भूमिका निभाने के लिए उस करेक्टर में घुसना पड़ता है। उसे फिल करना पड़ता है और ऐसा करने में बहुत खुशी मिलाती है। जब मेहनत रंग लाती है। 

नंबर वन अभिनेत्री बनना चाहती है एलीना

गाँवों में फिल्म देखने की व्यवस्था हो तभी छत्तीसगढ़ी फिल्मे चलेंगी
छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेत्री एलीना डेविड मसीह की तमन्ना नंबर वन अभिनेत्री बनाकर छालीवुड में राज करने की है। वे कहती है कि गाँवों में फिल्म देखने की व्यवस्था हो तभी छत्तीसगढ़ी फिल्मे चलेंगी। पहले एलीना हैदराबाद में रामूजी फिल्म सीटी में कोरियोग्राफर थीऔर बाद में छत्तीसगढ़ी फिल्मो में कदम रखी। 6 फिल्मो में अपनी अभिनय का लोहा मनवाने वाली एलीना से हमने हर पहलूओं पर बेबाक बात की है। पेश  हुई बातचीत के संपादित अंश।

संक्षिप्त परिचय 
नाम -               - एलिना डेविड मसीह
फिल्म               - 6
टेली फिल्म          -  3
एल्बम               - 2 हिन्दी और भोजपुरी
पता                  - मरोड़ा भिलाईनगर

0 आपको एक्टिंग का शौक कब से है ?
00 मुझे एक्टिंग का शौक बचपन से ही रहा है जब भी मैं कोई फिल्म या सीरयल देखती थी तो उस जगह अपने आप को रखकर सोचती थी ।
0 मौका कैसे मिला और आपके प्रेरणाश्रोत कौन है ?
00 फिल्म लाइन में आने से पैहले मै हैदराबाद में रामूजी फिल्म सीटी में कोरियोग्राफर थी लेकिन मेरे आदर्श मेरे पिता जी ही है। और छत्तीसगढ़ के सभी बड़े कलाकारों ने एक के बाद एक मुझे फिल्म एल्बम और टेली फिल्म के लिए सहयोग किये।
0 अभिनय की ओर आपका रुझान कैसे हुआ ?
00 हैदराबाद फिल्म सीटी में टॉलीवुड और बॉलीवुड की शूटिंग देख कर अभिनय की ओर मेरा रुझान हूआ।
0 कोई ऐसा अवसर आया हो ,जब आप बहुत उत्साहित हुई हो?
00 जी जब मैंने अपनी पेहली फिल्म छलिया की तो बहुत ही रोमांचित हुई और मेरा मनोबल उत्साह काफी बढ़ गया।
0 आप फिल्मो में चरित्र अभिनेत्री की भूमिका निभाती है, तो आपको कैसा महसूस होता है?
00 जब मैं कोई अभिनेत्री का भूमिका निभाती हूँ तो मुझे गर्व मेहसूस होता हैं की मैं अपने रोल को बखूबी से कर पा रही हूँ।
0 रील लाइफ और रीयल लाइफ में क्या अंतर है?
00 दोनों अलग अलग चीज है रियल लाइफ को रील लाइफ में नहीं जोड़ सकती । रील लाइफ में मैं एक प्रोफेशनल भूमिका निभाती हूँ और रियल लाइफ में अपने पापा की लाडली बेटी बन कर घर सम्हालती हूँ और दोनं ही चीज में मेरे बड़े और फ्रैंडस साथ देते है।
0 ऐसा कोई क्षण जब निराशा मिली हो?
00 जब छतीसगढ़ फिल्म इन्डस्ट्री एसोसियशन सम्मान समारोह हूआ था।और मुझे भी बेस्ट अभिनेत्री से सम्मानित किया गया था और मैं वहा नहीं जा पाई थी तब मुझे बहुत निराश हुई थी।
0 छत्तीसगढ़ी फिल्मे थियेटरों में ज्यादा दिन नही चल पाती ,आप क्या कारण मानती है ?
00 छतीसगढ़ी फिल्में इस कारण थियेटर में ज्यादा दिन नहीं चल पाती क्योंकि आज के बच्चे और नोजवान छतीसगढ़ी नहीं समझ पाते और बॉलिवुड फिल्म को ज्यादा महत्व देते हैं । दूसरी तरफ जो गाँव के लोग है वो छतीसगढ़ी फिल्म को बड़े ही चाव से देखते है और महत्व भी देते है अगर हमारे आस पास के गाँव कस्बो में थियेटर की व्यवसथा कराई जाए तो छतीसगढ़ी फिल्म चलेगी भी और आगे भी बढेगी।
0 आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
00 मेरा सपना है नंबर वन अभिनेत्री बनने की है और मैं अपने इस सपने को पूरा होते देखना चाहती हूँ।


0 छत्तीसगढ़ी फिल्मे ज्यादा व्यवसाय क्यों नहीं कर पाती। कारण क्या मानते?
00 छतीसगढ़ी फिल्मेँ ज्यादा व्यवसाय इसलिए नहीं कर पाती क्योंकि उन्हें अलग - अलग क्षेत्र में सेंटर नहीं मिल पाता।

सोमवार, 8 जून 2015

महिलाओं के लिए एक मिसाल है नीना

 समाजसेवा करने का जूनून है 
राजनीति हो या समाजसेवा , हर क्षेत्र में आगे बढ़कर जरूरतमंदों की सेवा करने में उन्हें सुकून मिलता है.। कभी भिखारियों को भोजन कराना ,तो कभी धुप में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मचारियों को पानी के बोतल बाटना या फिर राजनीति से परे हटकर गरीबों की सेवा करना इनका मकसद बन गया है। इस शखि़्सयत का नाम है नीना युसूफ। हम कह सकते हैं कि नीना महिलाओं के लिए एक मिसाल है। व्यस्त जिंदगी में भी महिलायें घर से निकलकर समाजसेवा करती है तो निश्चित ही एक बेहतर कदम है। नीना जरूर तारीफ़ की हक़दार है। समाजसेवा में घर- बार और राजनीति आड़े नही आती। नीना प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रवक्ता और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की अध्यक्ष है।

नीना अपनी दिल की तसल्ली के लिए बुजुर्गों की सेवा लगी रहती है। जब भी उनके पास समय होती है वे श्यामनगर की वृद्धाश्रम चली जाती है। और वहां रह रही 40 बेसहारा महिलाओं को जरुरत की चीजें दे आती हैं। उनका कहना है कि इस तरह की सेवा से उन्हें अजीब सा सुकून मिलता है। जब तक उनके शरीर में जान है तब तक वे इस तरह की समाज सेवा करती रहेगी। नीना युसूफ ने अभी हाल ही में कटोरा तालाब की 3 बच्चियों को गोद लेकर एक मिसाल कायम की है। उनकी पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्च वे उठा रही है। वे कहती है कि इन बच्चियों को जरुरत है शिक्षा दीक्षा की इसलिए मैंने इनका जिम्मा उठाया है। इन्हे पढ़ा लिखा कर एक जिम्मेदार नागरिक बनाना हमारा कर्तब्य है।
अपंग और मूक बधिर बच्चों को शिक्षित करना नीना अपना फर्ज समझती है। साथ ही उन्होंने लड़कियों को सुन्दर बनाने की कला भी मुफ्त में सिखाती है। वे कहती है कि आत्मा के साथ साथ शरीर से भी सुन्दर होना चाहिए। इसलिए मैं लोगो को सुन्दर बनाती हूँ और कला भी सिखाती हूँ। नीना सरकार की बेटी बचाओ अभियान को सही तो ठहराती है पर कहती है कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है सही तरीके से इस अभियान को चलाने की जरुरत है। आज राज्य में लडकियां सुरक्षित नहीं है। बलात्कार की घटनाएं बढ़ी है ऐसे में सरकार को गंभीरता से कदम उठाना चाहिए।

मेहनत कभी बेकार नहीं जाती, फल जरूर मिलता है

बॉलीवुड हीरो बनाकर लोगो का दिल जीतूँ , यही तमन्ना है : राजेश अवस्थी 
कई टीवी धारावाहिको में अपनी भूमिका में जान डालने वाले राजेश अवस्थी आज फिलमी दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है। एल्बम और शार्ट फिल्मो से करियर शुरू करने वाले राजेश के नाम आज कई छत्तीसगढ़ी,भोजपूरी फि़ल्में और टीवी धारावाहिक है। बनू मैं तेरी दुल्हन सहित छोटे पर्दे के कई सीरियल्स में दमदार भूमिका निभा चुके हैं। बचपन में कलाकारों का नक़ल करने वाला राजेश अवस्थी आज फि़ल्मी दुनिया का एक जाना पहचाना नाम है। राजेश अवस्थी जितने बड़े अभिनेता है उससे बड़े सिंगर और डांसर भी हैं। उनकी आवाज में गजब का जादू है। उन्होंने सात फिल्मे की है जिसमे उनकी भोजपुरी फिल्मे काफी सुपर डुपर रही है।वे कहते हैं कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती, मैंने संघर्ष किया इसलिए यहां तक पहुंच सका। राजेश अवस्थी ने दैनिक सन स्टार में कुछ क्षण बिताये। प्रस्तुत है उनसे हुई बातचीत के संपादित अंश।

0 अभिनय की ओर आपका रुझान कैसे हुआ ?
00 बचपन से ही मेरा इस ओर रुझान था। जब छोटा था तब कलाकारों का नकल किया करता था। मया दे दे मया ले ले फिल्म की शूटिंग देखकर मुझे भी काम करने की ललक पैदा हुई और मैं आज आपके सामने हूँ।
0 शुरू में आपको काफी संघर्ष करना पड़ा होगा,क्या क्या किया। 
00  कोई संघर्ष नहीं करना पड़ा क्योकि मेरे भैया प्रकाश अवस्थी एक बड़े कलाकार है। छत्तीसगढ़ी फिल्म और एलबम में ब्रेक मिला। संघर्ष करते हुए वे लगातार मुंबई में किस्मत आजमाते रहे। आखिर मेहनत रंग लाई और छोटे पर्दे की भूमिकाएं मिलने लगी। धीरे-धीरे धारावाहिकों में दमदार रोल मिलने के साथ ही बड़े पर्दे पर भी ब्रेक मिला। राजेश कहते हैं कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती, मैंने संघर्ष किया इसलिए यहां तक पहुंच सका।
0 करियर की शुरुआत कैसे की?
00 सिंगिंग मेरा शौक है। डांस और गायन से मैं फिल्मो में आया हूँ। आज भी मैं अपने को सिंगर ज्यादा समझता हूँ।
0 आप किसे अपना प्रेरणाश्रोत मानते है ?
00 मेरी माँ उमरलेखा अवस्थी मेरी प्रेरणाश्रोत है। आज जो कुछ भी हूँ उन्ही की बदोलत हूँ।
0 ऐसा कोई क्षण जब बहुत खुशी मिली हो और ऐसा कोई क्षण जब निराशा हुई हो?
00 कई बार निराशा हुई है। मुम्बई में तो बहुत ही निराशा मिली थी बाद में मुझे काम ही काम मिलता रहा। निराशा की तो आदत ही पढ़ गयी थी। इसका सबसे बड़ा सार है की काम करो फल की चिंता मत करो।
0 कोई सपना जो आपके मन में है और उसे पूरा होते हुए देखना चाहते हो?
00  बॉलीवुड का हीरो बनकर लोगो का दिल जीतूं ब्स यही तमन्ना है और उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा। बाद में हॉलीवुड की फिल्मे भी करने की इच्छा है।
0 कभी ऐसा क्षण आया है जब आप अतिउत्साहित हुए हों ?
00 हाँ जब मेरी भोजपुरी फिल्म धुरंधर को 6 अवार्ड मिले तो सुखद अनुभव हुआ था। इस फिल्म में मैंने रविकिशन जी के साथ काम किया है।
0 रील लाइफ और रीयल लाइफ में क्या अंतर है?
00 बहुत अंतर है। रील लाइफ में वही करते है जो स्टोरी में होता है। रियल लाइफ में अपने मन के हिसाब से करते है।
0 छत्तीसगढ़ी फिल्मो में आप सबसे अच्छा एक्टर किसे मानते हैं ?
00 करन खान को , निसंदेह वह बेहतर एक्टर है।