मंगलवार, 25 जनवरी 2011

क्यों चमत्कारी है आंकड़े के गणेश?

हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को अनेक रूप में पूजा जाता है। उनका हर रूप मन को मोह लेता है। इनमें से ही एक है - सफेद आंकड़े के गणेश। इन्हें श्वेतार्क गणपति भी कहते हैं। धार्मिक और लोक मान्यताओं में धन, सुख-सौभाग्य समृद्धि ऐश्वर्य और प्रसन्नता के लिए आंकड़े के गणेश की मूर्ति पूजा शुभ फल देने वाली मानी जाती है। जानते हैं आंकड़े की जड़ से जुड़ी भगवान गणेश की भक्ति की जन आस्था के पीछे के कारणों को -

दरअसल आंकड़े के गणेश आक के पौधे की जड़ में बनी प्राकृतिक बनावट है। इसे लोक भाषा में आंकड़े के नाम से जाना जाता है। इस पौधे की एक दुर्लभ जाति सफेद आंकड़ा होती है। जिसमें सफेद पत्ते और फूल पाए जाते हैं।
इसी सफेद आंकड़े की जड़ की बाहरी परत को कुछ दिनों तक पानी में भिगोने के बाद निकाला जाता है। तब सफेद आंकड़े की इस जड़ में भगवान गणेश के शरीर की बनावट दिखाई देती है।
हर जड़ में भगवान गणेश की सूंड जैसा आकार तो जरुर मिलता है। इसके अलावा इस जड़ के तने में भगवान गणेश का भारी शरीर, आस-पास की शाखाओं में भुजाओं और सूंड जैसी दिखाई देती है। जड़ की कुछ शाखाएं बैठे हुए गणेश की मूर्ति जैसी भी दिखाई देती है।
सनातन धर्म में वैदिक काल से ही प्रकृति की पूजा का महत्व बताया गया है। यही कारण रहा है कि धार्मिक परंपराओं में अनेक पेड़-पौधों की देव रुप में पूजा की जाती है। इनमें पीपल, आंवला, वट वृक्ष प्रमुख हैं। इसी तरह शिव के वास के कारण बिल्वपत्र पूजनीय है, ठीक उसी प्रकार आंकड़े का पौधा भगवान गणेश के निवास करने की धार्मिक आस्था के कारण पूजनीय है। आंकड़े की जड़ में दिखाई देने वाली श्री गणेश की आकृति इस आस्था को ओर गहरा करती है।
वैसे भी हिन्दू धर्म के सबसे लोकप्रिय ग्रंथ रामचरित मानस में भगवान के स्वरूप और भक्ति के संबंध में एक बहुत ही गहरी बात बताई गई है, जो आंकड़े के गणेश पूजा की आस्था को बल देती है। यह है -
जाकी रही भावना जैसी। प्रभु मूरत देखी तिन जैसी।।
भक्ति भाव का सरल मतलब भी होता है कि किसी लक्ष्य को पाने की कोशिश में पूरी तरह डूब जाना। इस प्रकार भक्ति संकल्प का ही दूसरा रूप है। जहां संकल्प होता है, सुख और सफलता संभव है। आंकड़े के गणेश की पूजा से जुड़ी भक्ति और आस्था भक्त के मन में संकल्प शक्ति और आत्म विश्वास जगाती है। इसी से प्रेरित भक्त अंत में सफलता, धन और समृद्धि पा जाता है। संभवत: यही कारण आंकड़े के गणेश को सुख-समृद्धि के देवता के रूप में पूजित करता है।

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