सोमवार, 11 अप्रैल 2011

जीत उसी की होती है जो मुश्किलों से डरता नहीं

जीवन में कई बार ऐसा होता है कि एक साथ कई समस्याएं जीवन को मुश्किल कर देती है। ऐसे समय में हम मुश्किलों से भागने की कोशिश करते हैं। हम जीतना भागते हैं मुश्किलें उतना हमारे पीछे भागती हैं। अगर हम उस मुश्किल हालात में मुसीबतों का डंटकर सामना करें तो एक समय ऐसा आता है जब मुश्किल खुद-ब-खुद आसान हो जाती है।
एक बार एक स्वस्थ आदमी पागलखाना देखने के लिए गया। वहां उसने एक पागल को देखा जो बहुत मोटा-तगड़ा था। उसने सोचा इसे परेशान करता हूं तो उसने जो पागल था उसके पेट पर एक अंगुली रख दी। ऐसा करने से पागल भड़क गया और जो निरिक्षण करने गया था उस आदमी के पीछे दौड़ा लगा दी। इस घटना से वह आदमी एकदम डर गया क्योंकि पागल लगातार उसके पीछे दौड़ता हुआ आ रहा था। दौड़ते-दौड़ते हुए वह आदमी एक पहाड़ी पर चढ़ गया। पहाड़ी के आगे खाई थी।
अब उस आदमी को लगा कि एक कदम आगे बढ़ा तो खाई में गिर जाऊंगा और यहीं खड़ा रहा तो यह पागल मुझे छोड़ेगा नहीं। डर के मारे उसने आंखे बंद कर ली। तब तक पागल उसके पास आ गया था और जैसे ही पागल ने हाथ उठाया तो ये डर के मारे नीचे बैठ गया। पागल ने एक अंगुली ली और उसके आदमी के पेट पर रखी और उल्टे पैर भाग गया।

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