तैयारी का बूस्टर डोज
एआईपीएमटी प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट आ चुका है। इसमें जो स्टूडेंट्स उत्तीर्ण हो चुके हैं, उन्हें तैयारी के लिए अभी से जुट जाना बेहतर होगा। मुख्य परीक्षा 16 मई को होगी। अब तैयारी के लिए समय बहुत कम है। यदि इन बचे हुए समय का सही उपयोग करते हैं, तो आप बन सकते हैं एमबीबीएस डॉक्टर।
एग्जामिनेशन पैटर्न
मुख्य परीक्षा में उन्हीं अभ्यर्थियों को बैठने की अनुमति मिलेगी, जो प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हो चुके हैं। इस बार से सीबीएसई की मुख्य परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप की होगी, जिसमें 120 प्रश्न पूछे जाएंगे। कुल प्रश्नों में 60 प्रश्न बायोलॉजी से और 30-30 फिजिक्स और केमिस्ट्री से पूछे जाएंगे। इसमें निगेटिव मार्किग का प्रावधान है। परीक्षा के लिए कुल 3 घंटे निर्धारित होंगे। तीन घंटे में सभी प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होगा। इसमें सफल होने वाले स्टूडेंट्स का ऑल इंडिया बेसिस पर रैंक बनाई जाएगी। रैंक के आधार पर देश भर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में से किसी एक मेडिकल कॉलेज में पढने के योग्य हो जाएंगे।
कैसे करें तैयारी
प्रारंभिक परीक्षा का उद्देश्य भीड को छांटना होता है। इस कारण इसमें निर्धारित सीट से अधिक स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है। मुख्य परीक्षा में निर्धारित सीट के अनुसार ही स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है। मुख्य परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा के मुकाबले काफी कठिन होती है। पहले मुख्य परीक्षा डिस्क्रिप्टिव होती थी, लेकिन इस बार से प्रारंभिक परीक्षा की तरह मुख्य परीक्षा भी ऑब्जेक्टिव टाइप होगी। इस कारण इस परीक्षा में एक-एक नंबर रैंक निर्धारित करने में अहम होंगे।
गलतियों से लें सबक
यदि आप मुख्य परीक्षा के लिए सफल हो चुके हैं, तो आप सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने जो गलतियां प्रारंभिक परीक्षा में की हैं, उन्हें किसी भी हालत में नहीं दोहराएंगे। इसके अलावा आप जिस क्षेत्र में कमजोर हैं, उन्हें दूर करने की कोशिश करें। मुख्य परीक्षा में सफल होने के लिए आपको तीनों विषयों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। बायोलॉजी के साथ आप फिजिक्स और केमिस्ट्री में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो सफलता के चांसेज नि:संदेह बढ जाएंगे।
बनाएं विषयों पर पकड
इस समय बेहतर स्ट्रेटेजी यह होगी कि आप सभी विषयों के प्रमुख अध्याय सेलेक्ट कर लें और उसी को दोहराएं। बायोलॉजी की तैयारी के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों के प्रमुख अध्याय को पढें। इसी तरह की रणनीति फिजिक्स और केमिस्ट्री विषयों के लिए भी बनाएं, तो बेहतर होगा। फिजिक्स में थ्योरी की अपेक्षा न्यूमेरिकल्स पर फोकस करें, तो बेहतर होगा। इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा फॉर्मूले तैयार करें। जो न्यूमेरिकल्स प्रारंभिक परीक्षा में नहीं कर पाए हैं, उन्हें करने का अभ्यास करें। इसके अलावा फिजिक्स के महत्वपूर्ण सूत्रों को याद रखने की कोशिश करें। यदि आप फिजिक्स के न्यूमेरिकल्स में बेहतर करेंगे, तो केमिस्ट्री के न्यूमेरिकल्स भी अच्छी तरह से कर पाएंगे। फिजिकल केमिस्ट्री में न्यूमेरिकल, ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में केमिकल रिएक्शन और इनऑर्गेनिक में थ्योरी से संबंधित प्रश्नों पर अधिक फोकस करें। यदि आप इस तरह की रणनीति बनाकर मुख्य परीक्षा की तैयारी करेंगे, तो कोई कारण नहीं कि आप इस परीक्षा में सफल न हो सकें।
एआईपीएमटी प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट आ चुका है। इसमें जो स्टूडेंट्स उत्तीर्ण हो चुके हैं, उन्हें तैयारी के लिए अभी से जुट जाना बेहतर होगा। मुख्य परीक्षा 16 मई को होगी। अब तैयारी के लिए समय बहुत कम है। यदि इन बचे हुए समय का सही उपयोग करते हैं, तो आप बन सकते हैं एमबीबीएस डॉक्टर।
एग्जामिनेशन पैटर्न
मुख्य परीक्षा में उन्हीं अभ्यर्थियों को बैठने की अनुमति मिलेगी, जो प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हो चुके हैं। इस बार से सीबीएसई की मुख्य परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप की होगी, जिसमें 120 प्रश्न पूछे जाएंगे। कुल प्रश्नों में 60 प्रश्न बायोलॉजी से और 30-30 फिजिक्स और केमिस्ट्री से पूछे जाएंगे। इसमें निगेटिव मार्किग का प्रावधान है। परीक्षा के लिए कुल 3 घंटे निर्धारित होंगे। तीन घंटे में सभी प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होगा। इसमें सफल होने वाले स्टूडेंट्स का ऑल इंडिया बेसिस पर रैंक बनाई जाएगी। रैंक के आधार पर देश भर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में से किसी एक मेडिकल कॉलेज में पढने के योग्य हो जाएंगे।
कैसे करें तैयारी
प्रारंभिक परीक्षा का उद्देश्य भीड को छांटना होता है। इस कारण इसमें निर्धारित सीट से अधिक स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है। मुख्य परीक्षा में निर्धारित सीट के अनुसार ही स्टूडेंट्स का चयन किया जाता है। मुख्य परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा के मुकाबले काफी कठिन होती है। पहले मुख्य परीक्षा डिस्क्रिप्टिव होती थी, लेकिन इस बार से प्रारंभिक परीक्षा की तरह मुख्य परीक्षा भी ऑब्जेक्टिव टाइप होगी। इस कारण इस परीक्षा में एक-एक नंबर रैंक निर्धारित करने में अहम होंगे।
गलतियों से लें सबक
यदि आप मुख्य परीक्षा के लिए सफल हो चुके हैं, तो आप सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने जो गलतियां प्रारंभिक परीक्षा में की हैं, उन्हें किसी भी हालत में नहीं दोहराएंगे। इसके अलावा आप जिस क्षेत्र में कमजोर हैं, उन्हें दूर करने की कोशिश करें। मुख्य परीक्षा में सफल होने के लिए आपको तीनों विषयों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। बायोलॉजी के साथ आप फिजिक्स और केमिस्ट्री में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो सफलता के चांसेज नि:संदेह बढ जाएंगे।
बनाएं विषयों पर पकड
इस समय बेहतर स्ट्रेटेजी यह होगी कि आप सभी विषयों के प्रमुख अध्याय सेलेक्ट कर लें और उसी को दोहराएं। बायोलॉजी की तैयारी के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों के प्रमुख अध्याय को पढें। इसी तरह की रणनीति फिजिक्स और केमिस्ट्री विषयों के लिए भी बनाएं, तो बेहतर होगा। फिजिक्स में थ्योरी की अपेक्षा न्यूमेरिकल्स पर फोकस करें, तो बेहतर होगा। इसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा फॉर्मूले तैयार करें। जो न्यूमेरिकल्स प्रारंभिक परीक्षा में नहीं कर पाए हैं, उन्हें करने का अभ्यास करें। इसके अलावा फिजिक्स के महत्वपूर्ण सूत्रों को याद रखने की कोशिश करें। यदि आप फिजिक्स के न्यूमेरिकल्स में बेहतर करेंगे, तो केमिस्ट्री के न्यूमेरिकल्स भी अच्छी तरह से कर पाएंगे। फिजिकल केमिस्ट्री में न्यूमेरिकल, ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में केमिकल रिएक्शन और इनऑर्गेनिक में थ्योरी से संबंधित प्रश्नों पर अधिक फोकस करें। यदि आप इस तरह की रणनीति बनाकर मुख्य परीक्षा की तैयारी करेंगे, तो कोई कारण नहीं कि आप इस परीक्षा में सफल न हो सकें।
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