जहां मुस्लिम बहनें भाई गणेश को राखी भेजती हैं
राखी का त्यौहार भाई-बहन के रिश्तों को एक नई ऊंचाई देता है। भारत में सर्वधर्म सम्भाव के कारण सभी समुदाय इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाते हैं। हर बहन इस दिन का बेस्रबी से इंतजार करती है।
पर जिनके भाई नहीं होते उनके दिल पर क्या बीतती होगी? इसी कारण कुछ मुस्लिम युवतियों ने एक नई परिपाटी को जन्म दे दिया। उन्होंने गणेश जी को ही राखी भेजना शुरू कर दिया। यह कोरी कल्पना नहीं बल्कि हकीकत है।
ऐसा होता है उज्जैन स्थित गणेश मंदिर में। यह गणेश मंदिर, महाकाल मंदिर के पास ही स्थित है। यह प्रदेश का शायद ऐसा एकमात्र मंदिर है, जहां मुस्लिम बहनें, हर साल, बड़ी श्रद्धा से भाई गणपति को राखी भेजती हैं।
यहां विदेशों से भी काफी मात्रा में हर साल राखियां आती हैं। भगवान गणेश व उनके मूषक के लिए कपड़े, फल तथा मिठाईयां तक भेजी जाती हैं। बहनें अपनी सुविधानुसार राखी और अन्य सामग्री भेज देती हैं।
हर साल की तरह इस साल भी रक्षाबंधन का पर्व यहां बड़े उत्साह से मनाया जाएगा।
राखी का त्यौहार भाई-बहन के रिश्तों को एक नई ऊंचाई देता है। भारत में सर्वधर्म सम्भाव के कारण सभी समुदाय इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाते हैं। हर बहन इस दिन का बेस्रबी से इंतजार करती है।
पर जिनके भाई नहीं होते उनके दिल पर क्या बीतती होगी? इसी कारण कुछ मुस्लिम युवतियों ने एक नई परिपाटी को जन्म दे दिया। उन्होंने गणेश जी को ही राखी भेजना शुरू कर दिया। यह कोरी कल्पना नहीं बल्कि हकीकत है।
ऐसा होता है उज्जैन स्थित गणेश मंदिर में। यह गणेश मंदिर, महाकाल मंदिर के पास ही स्थित है। यह प्रदेश का शायद ऐसा एकमात्र मंदिर है, जहां मुस्लिम बहनें, हर साल, बड़ी श्रद्धा से भाई गणपति को राखी भेजती हैं।
यहां विदेशों से भी काफी मात्रा में हर साल राखियां आती हैं। भगवान गणेश व उनके मूषक के लिए कपड़े, फल तथा मिठाईयां तक भेजी जाती हैं। बहनें अपनी सुविधानुसार राखी और अन्य सामग्री भेज देती हैं।
हर साल की तरह इस साल भी रक्षाबंधन का पर्व यहां बड़े उत्साह से मनाया जाएगा।