राष्ट्रीय नेटबाल टीम की खिलाड़ी प्रीती बंछोर के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया गया वह निंदनीय है.पहले प्रीती का चयन फिर टीम से बाहर करना प्रीती का ही अपमान नहीं ,पुरे छत्तीसगढ़ का अपमान है.प्रीती के स्थान पर एक कमजोर खिलाड़ी का चयन कर देश के साथ भी धोखा किया गया है.मेघा चौधरी का चयन सिर्फ इसलिए कर दिया गया कि वह एक चयनकर्ता की रिश्तेदार है.ऐसे चयन से क्या टीम मजबूत होगी चयन में रिश्ते नहीं प्रतिभा देखी जानी चाहिए.आइये हम प्रीती के साथ खड़े हों ओउर आवाज बुलंद करें.
बच्चों की मासिक पत्रिका भोपाल से प्रकाशित , सम्पादक -अरुण बंछोर, उपसंपादक -ओमप्रकाश बंछोर
सोमवार, 27 सितंबर 2010
देश का अपमान
राष्ट्रीय नेटबाल टीम की खिलाड़ी प्रीती बंछोर के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया गया वह निंदनीय है.पहले प्रीती का चयन फिर टीम से बाहर करना प्रीती का ही अपमान नहीं ,पुरे छत्तीसगढ़ का अपमान है.प्रीती के स्थान पर एक कमजोर खिलाड़ी का चयन कर देश के साथ भी धोखा किया गया है.मेघा चौधरी का चयन सिर्फ इसलिए कर दिया गया कि वह एक चयनकर्ता की रिश्तेदार है.ऐसे चयन से क्या टीम मजबूत होगी चयन में रिश्ते नहीं प्रतिभा देखी जानी चाहिए.आइये हम प्रीती के साथ खड़े हों ओउर आवाज बुलंद करें.
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