मंगलवार, 19 अक्तूबर 2010

पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी पूछती हैं कौन जाग रहा है?



आश्विन मास धार्मिक दृष्टि के काफी महत्वपूर्ण माना गया है। इसी मास में पितरों का आह्वान किया जाता है वहीं शक्ति की उपासना भी इसी मास में की जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा भी काफी विशेष है। शरद ऋतु में आने के कारण इसे शरद पूर्णिमा भी कहा जाता है। साथ ही इसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी मां लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और पूछती हैं को जागर्ति अर्थात कौन जाग रहा है। कालांतर में को जागर्ति शब्द बदलकर कोजागरी में परिवर्तित हो गया। इस दिन मां लक्ष्मी का व्रत रख पूजा भी की जाती है। मान्यता के अनुसार जब मां लक्ष्मी किसी को सोते हुए देखती हैं तो वहां से लौट जाती हैं और जब जागते हुए देखती हैं तो अपनी कृपा बरसा जाती हैं। इस किवदंती के पीछे कर्म का संदेश निहित है। अर्थात जो जाग रहा है, कर्मरत है, वह लक्ष्मी का कृपा का पात्र बनेगा और जो सो रहा है, अर्थात कर्मरहित है, उसके द्वार से लक्ष्मी लौट जाएगी। समापन अवसर पर जीवन दर्शन का यह सबसे बड़ा संदेश आश्विन मास देता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें