गुरुवार, 6 जनवरी 2011

सुंदर और सेहतमंद शिशु दे काली पूजा

हर दंपत्ति की चाहत होती है सुंदर और स्वस्थ संतान। यह कामनापूर्ति दाम्पत्य जीवन के सुखों के साथ परिवार में भी रौनक लाती है। लेकिन इस खुशी को पाने के लिए बहुत जरूरी होता है कि गर्भावस्था के दौरान माता की सुरक्षा के साथ-साथ शिशु भी सुरक्षित रहे।

शास्त्रों में माता दुर्गा के काली रूप की उपासना को गर्भ रक्षा के साथ ही सेहतमंद, गुणी और खूबसूरत संतान पाने का सबसे श्रेष्ठ उपाय माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से माता दुर्गा शक्ति देने वाली ही नहीं बल्कि संकट, विपत्तियों का नाश करने वाली मानी जाती है। हर मंगल कार्य की पूर्णता के लिए माता का आवाहन जरूर किया जाता है।
शुक्रवार के दिन शक्ति उपासना का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन संतान कामना से दुर्गा की काली रूप की उपासना बहुत असरदार होती है -
- शुक्रवार के दिन घर के देवालय में एक चौकी पर जल से भरा कलश रखें। उस पर एक पात्र में चावल और नारियल रखें।
- काली मां की तस्वीर या मूर्ति की पूजा गंध, अक्षत, लाल फूल, लाल चूनरी अर्पित कर करें।
- माता को खीर का भोग लगाएं।
- इसके बाद गर्भवती स्त्री और गर्भस्थ शिशु की रक्षा की कामना के साथ इस काली मंत्र यथाशक्ति बोलें - ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं कालिकायै नम:
- अंत में पूजा में हुई त्रुटि के लिए क्षमा मांगे।
- खीर का प्रसाद गर्भवती स्त्री को खिलाएं।

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