शुक्रवार, 18 फ़रवरी 2011

मौत की आहट सुन लेते हैं कुत्ते!!

मौत एक ऐसी हकीकत जिसे कोई झुठला नहीं सकता। प्रकृति ने कुछ प्राणियों ने ऐसी शक्ति दी है जिसके माध्यम से वह मौत की आहत को सुन सकते हैं तथा मनुष्यों को सचेत भी करते हैं। कुत्ता एक ऐसा प्राणी है जो मनुष्यों के सबसे निकट है। ऐसी मान्यता है कि कुत्तों को प्रेत, आत्मा तथा यमदूत दिखाई देते हैं। शकुन शास्त्र में कुत्ते को शकुन रत्न कहा गया है। कुत्ते से जुड़े कुछ शकुन-अपशकुन इस प्रकार हैं-
1- यदि कुत्ता किसी बीमार व्यक्ति के हाथ को चाटता है तो वह एक सप्ताह के भीतर मर जाता है। यदि कुत्ता रोगी के मुख व नाक को चाटे तो रोगी की दस दिन में मृत्यु हो जाती है। और यदि कुत्ता रोगी के पास आकर सो जाए और उसके मुंह से लार टपके तो रोगी की मृत्यु उसी दिन हो जाती है।
2- यात्रा पर निकलते समय किसी व्यक्ति को कुत्ता अपने मुख में रोटी, पुड़ी या अन्य कोई खाद्य वस्तु खाता दिखे तो उसे धन का लाभ होता है।
3- जिस कुत्ते की पुंछ या कान कटे हो। अगर ऐसा कुत्ता किसी यात्री के समाने आ जाए तो कार्य में असफलता मिलती है।
4- यदि कुत्ता किसी के घर में बार-बार दीवार कुरेदता है तो उस घर में निश्चित रूप से चोरी होती है।
5- यात्रा पर निकलते समय यदि कुत्ता पीछे से आकर रोता है तो यात्री की मृत्यु हो सकती है।
6- यदि कुत्ता आकर किसी के पैरों को सूंघता है तो उसे शीघ्र ही यात्रा पर जाना पड़ता है।
7- कुत्ता यदि अपनी जीभ से अपने दाहिने अंग को चाटता है या खुजाता है तो ये कार्य सिद्धि की सूचना है।
8- यात्रा पर निकलते समय यदि कुत्ता जूते लेकर भाग जाए या किसी के जूते लेकर आगे आ जाए तो निश्चित रूप से धन हानि होती है।
9- किसी रोगी के समीप कुत्ता आकर अपनी पूंछ बार-बार चाटे या सूंघे तो रोगी की दो-तीन दिन में मृत्यु हो जाती है।
10- यदि कोई कुत्ता जाते हुए व्यक्ति के साथ बाईं ओर चलता है तो उसे सुंदर स्त्री व धन मिलता है। यदि दाहिनी ओर चले तो चोरी से धन हानि की सूचना देता है।

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