मंगलवार, 8 फ़रवरी 2011

कौआ कांव-कांव करे तो...

हिंदू धर्म में कई प्रकार के शकुन-अपशकुन प्रचलित हैं। कई पशु-पक्षियों को भी शकुन-अपशकुन की मान्यताओं से जोड़ा गया है। कौआ भी इन्हीं में से एक है। कौए को पितरों की संज्ञा भी दी गई है। कौओं से जुड़ी शकुन-अपशकुन की कई मान्यताएं काफी प्रचलित है। इन्हीं में से कुछ मान्यताएं नीचे उल्लेखित हैं-

1- यदि किसी व्यक्ति के ऊपर कौआ आकर बैठ जाए तो उसे धन व सम्मान की हानि होती है। यदि किसी महिला के सिर पर कौआ बैठता है तो उसके पति को गंभीर संकट का सामना करना पड़ता है।
2- यदि बहुत से कौए किसी नगर या गांव में एकत्रित होकर शौर करें तो उस नगर या गांव पर भारी विपत्ति आती है।
3- किसी के भवन पर कौओं का झुण्ड आकर शौर मचाए तो भवन मालिक पर कई संकट एक साथ आ जाते हैं।
4- कौआ यदि यात्रा करने वाले व्यक्ति के सामने आकर सामान्य स्वर में कांव-कांव करें और चला जाए तो कार्य सिद्धि की सूचना देता है।
5- यदि कौआ पानी से भरे घड़े पर बैठा दिखाई दे तो धन-धान्य की वृद्धि करता है।
6- कौआ मुंह में रोटी, मांस आदि का टुकड़ा लाता दिखाई दे तो उसे अभिष्ट फल की प्राप्ति होती है।
7- पेड़ पर बैठा कौआ यदि शांत स्वर में बोलता है तो स्त्री सुख मिलता है।
8- यदि उड़ता हुआ कौआ किसी के सिर पर बीट करे तो उसे रोग व संताप होता है। और यदि हड्डी का टुकड़ा गिरा दे तो उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
9- यदि कौआ पंख फडफ़ड़ाता हुआ उग्र स्वर में बोलता है तो यह अशुभ संकेत है।
10- यदि कौआ ऊपर मुंह करके पंखों को फडफ़ड़ाता है और कर्कश स्वर में आवाज करता है तो वह मृत्यु की सूचना देता है।
भारतीय संस्कृति में शकुन-अपशकुन से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित हैं। इनमें से कुछ का ज्योतिषिय तथा वैज्ञानिक पक्ष भी है। समाज में प्रचलित इन शकुन-अपशकुनों से जुड़े कुछ तथ्य आपके पास भी हो या आप कुछ अन्य शकुन-अपशकुन के बारे में जानना चाहते हों तो इस लेख के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी बात लिख सकते हैं। हम आपके विचारों को प्रकाशित करेंगे और साथ ही आपकी जिज्ञासाओं के जवाब भी देंगे।

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