गुरुवार, 17 मार्च 2011

119 साल बाद होली पर बनेगा ऐसा योग

रंगों का त्यौहार होली इस साल 19 मार्च की शाम मनेगी। ज्योतिष के अनुसार इस दिन जैसा ग्रह योग बन रहा है ठीक वैसा ही 119 वर्ष पहले बना था।

शनिवार 19 मार्च 2011 को शाम को होली मनाई जाएगी। इस दिन ग्रहों कि स्थिति के अनुसार वर्षों बाद ऐसा योग बना है। इस संबंध में उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष के अनुसार इसी तरह का योग 119 वर्ष पहले सन 1892 में बना था जब सूर्य, बृहस्पति, बुध एक साथ मीन राशि में स्थित थे और इस होली पर भी यही योग बन रहा है। इस दिन बुध नीच का है तथा सूर्य एवं बुध के गुरु बृहस्पति के साथ है।
पं. शर्मा ने बताया कि सूर्य जब बृहस्पति के साथ होते है उस काल को खरमास माना जाता है क्योंकि सूर्य और बुध दोनों के गुरु सूर्य है। गुरु के साथ होने पर वे केवल उनकी सेवा ही करते है अन्य कार्य नहीं। इसलिए यह काल शुभ कर्मों के लिए निषेध है। होली शनिवार को है, जब चंद्रमा शनि के साथ कन्या राशि में स्थित है। शनि वर्तमान में वक्रि है तथा मंगल के साथ षड़ाष्टक योग बना रहा है। नवांश में भी मंगल राहु की युति है। जो मंहगाई बढ़ाने, आंतकवाद को बढ़ावा देने तथा प्राकृतिक आपदाओं का कारण बन सकता है। शनिवार को होली होने से इन घटनाओं में और इजाफा होगा। अगले दिन धूलेंडी रविवार को सर्वाथ सिद्धि एवं अमृत सिद्धि योग है। इन योगों में किए गए सभी कार्य सिद्ध होंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें