सोमवार, 7 मार्च 2011

सबसे सुखी कौन...?


दुनिया में हर आदमी के पास अपनी जरूरत और सुख के हिसाब से सब कुछ है फिर भी आज हर आदमी दुखी है। अगर हर आदमी को अपना जीवन सही मायनों में सुखी बनाना है तो अपनी चाहतों पर नियंत्रण रखना होगा तभी वह अपने जीवन को सुखी बना सकता है।
एक संत की सभा में एक आदती ने पूछा महाराज आपकी सभा मे सबसे सुखी है। महात्मा ने पीछे बैठे एक आदमी की ओर इशारा किया तब वह आदमी बोला कि इसका प्रमाण क्या है कि सही सबसे सुखी है। संत ने सभा में बैठे राजा से पूछा कि राजन आपको क्या चाहिए राजा बोला मेरे पास तो सबकुछ है बस राज्य को चलाने वाला एक पुत्र चाहिए। फिर एक धनपति से पूछा तुम्हें क्या चाहिए तब धनपति बोला मैं इस नगर का सबसे ज्यादा धनी व्यक्ति बनना चाहता हूं। इस प्रकार सभी ने अपनी अपनी इच्छाऐं महात्मा जी को बता दी ।
आखिर में महात्मा जी ने उस व्यक्ति से पूछा कि तुम्हेंक्या चाहिए तब वह व्यक्ति बोला कि मुझे तो कुछ नहीं चाहिए। अगर आप मुझे कुछ देना ही चाहते हैं तो कृपा करके बस मुझे इता आर्शीवाद दीजिए कि मेरे जीवन में कोई चाह नहीं हो तब पूरी सभ में मौन छा गया और महात्मा जी बोले कि है महानुभावों इस दुनिया में सबसे सुखी वही है जिसने अपनी चाहतों को खत्म कर दिया है।
(www.bhaskar.com)

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