मंगलवार, 1 मार्च 2011

सोने का तरीका भी बताता है, कैसे हैं आप!

मनुष्य का लगभग आधा जीवन सोने में व्यतीत होता है। हर मनुष्य का सोने का तरीका एक-दूसरे से भिन्न होता है। आपके सोने का तरीका आपके मन की बातों, आदतों एवं आपके विषय में बहुत कुछ सच-सच बता सकता है। सामुद्रिक शास्त्र या शरीर लक्षण विज्ञान के अंतर्गत इस संबंध में विस्तृत जानकारी मिलती है।
पांवों को कसकर सोना- अगर आप सोते समय पांवों को जकड़ लेते हैं और सारे शरीर को ढककर सोने की आदत है तब निश्चय ही आपका जीवन संघर्षपूर्ण रहेगा।
शरीर सिकोड़कर सोना- ऐसे लोग डरपोक होते हैं। उन्हें हमेशा एक अंजाना सा भय अनुभव होता है पर यह किसी को यह बात नहीं बताते।
चित्त सोना- अगर आपको केवल सीधे लेटकर नींद आती है तो यह शुभ लक्षण हैं। आप केवल आत्मविश्वासी ही नहीं आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी भी होते हैं। ऐसे लोग समस्याओं का समाधान तुरंत कर देते हैं।
पेट के बल सोना- ऐसे लोग किसी भी प्रकार का खतरा उठाने के लिए तैयार नहीं होते। यह अपनी गलती को अच्छी तरह जानते हैं पर बतलाते हुए डरते हैं।
पैर पर पैर रखकर सोना- ऐसे लोग संतुष्ट व सहनशील होते हैं। इनके मन में हमेशा यह इच्छा होती है कि दूसरे प्रसन्न रहें और हम भी सुखी रहें। निश्चय ही इनका जीवन सुखी होता है।
करवट लेकर सोना- ऐसे लोग समझौतावादी होते हैं। साफ-सुथरे रहना, अच्छा भोजन करना इन्हें प्रिय होता है। ये आदर्श जीवन जीना पसंद करते हैं। यह इनकी उन्नति का सूचक भी होता है।
सोने से पहले टांग हिलाना- जो लोग सोते समय टांग हिलाते हैं वे चिंताग्रस्त होते हैं तथा स्वयं से ज्यादा परिजनों के बारे में सोचते हैं।

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