गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

चतुर्थी पर चंद्रमा की पूजा क्यों की जाती है?

चतुर्थी स्त्रियों के लिये बड़ा ही महत्वपूर्ण पर्व तथा अवसर होता है। पत्नियों की ऐसी दृढ़ मान्यता होती है कि चंद्रमा की पूजा करने और कृपा प्राप्त करने से उनके पति की उम्र मथा सुख-समृद्धि में इजाफा होता है लेकिन इस परंपरा को बनाए जाने के पीछे वैज्ञानिक क कारण क्या है ये बहुत कम लोग जानते हैं। दरअसलचंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होने के कारण, पृथ्वीवासियों को बड़ी गहराई से प्रभावित करता है। कहते हैं चंद्रमा से निकलने वाले सूक्ष्म विकिरण इंसान को शारीरिक और मानसिक दोनों ही स्तरों पर असर डालते हैं।
चौथ या महीने की अन्य चतुर्थी के दिन चंद्रमा की कलाओं का प्रभाव विशेष असर दिखाता है। इसलिये इस दिन की पूजा से विशेष लाभ होता है।चंद्रमा को जल चढ़ाते समय, चंद्रमा की किरणें पानी से परावर्तित होकर साधक को आश्चर्यजनक मनोबल प्रदान करती हैं। ज्योतिष के अनुसार ऐसी मान्यता है कि चंद्र की पूजा जरुर करना चाहिए क्योंकि चंद्रमा को मन का कारक या देवता होने के कारण मन को सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास से भर देता है।

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