शनिवार, 16 जुलाई 2011

सावन में हरी सब्जियां क्यों नहीं खाना चाहिए?

कहते हैं पहला सुख निरोगी काया यानी स्वस्थ्य शरीर ही सबसे बड़ा धन है। जिसके पास स्वस्थ्य शरीर नहीं होता है उसके लिए दुनिया के सारे सुख व ऐश्वर्य व्यर्थ हो जाते हैं। स्वस्थ्य शरीर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है संतुलित भोजन। हमारा खान-पान ही हमारे शरीर को पूरी तरह तंदुस्त रखता है। अच्छे भोजन से हमारी कार्यक्षमता सही बनी रहती है, जल्दी थकान नहीं होती और साथ ही कई छोटी-छोटी बीमारियां हमेशा ही हमसे दूर रहती है। बारिश के मौसम में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसीलिए हमारे धर्मशास्त्रों में भी इस मौसम के लिए कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं।

हमारे शास्त्रों में साल के हर महीने में कोई ना कोई चीज भोजन में वर्जित मानी गई है। सावन के महीने में हरी सब्जियों का सेवन वर्जित माना गया है। इसका धार्मिक कारण तो यह है कि हमारे धर्म शास्त्रों में मान्यता है कि सावन में हरी सब्जी का त्याग कर देने से व नियम से उपवास यानी सावन स्नान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। लेकिन इस मान्यता के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल बारिश में हरी सब्जियों में बीमारी फैलाने वाले कीटाणु बहुत अधिक आते हैं। जिससे पेट व त्वचा से संबंधित बीमारियां होती हैं। इस मौसम में बॉडी का इम्युनिटी पॉवर भी कम हो जाता है इसीलिए हर व्यक्ति बीमारियों की चपेट में आने की संभावना बढ़ जाती है। इसीलिए सावन में हरी सब्जियां नहीं खाना चाहिए। www.bhaskar.com

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