शुक्रवार, 9 जुलाई 2010

बरसात में ड्राइविंग


मानसून के मौसम में कहीं ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इसलिए टायर प्रिंट पर कार चलाएं। जब गाड़ी पतले पानी की सतह पर चलती है तो पानी और सड़क के बीच एक लेयर बन जाती है। पानी पहले से ही प्रिंट पर लग जाता है, जिससे आप बेहतर ढंग से चलाने में कामयाब होते हैं।
- अगर आपकी कार में स्टीयरिंग उचित ढंग से काम न कर रही हो तो हल्के ब्रेक का इस्तेमाल करें। अगर आपको लगे कि टायर पर पत्थर लगा हुआ है तो धीमे-धीमे गाड़ी पर काबू पाएं।
- रुके हुए पानी में गाड़ी तेज गति से न चलाएं।
- मोटरसाइकिल वाले क्रॉसवॉक लाइन और अन्य खतरों पर खास ध्यान दें।
- टायर और वाइपर्स चेक कर लें। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि कई हादसों की वजह इसलिए होती है कि चालक को बारिश के चलते वाइपर की वजह से आगे की चीज दिखाई न देती है।
- अपनी और अपने आगे वाले वाहन के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें। आपके ब्रेक लगाने की दूरी बारिश के दिनों में गीली सड़क पर वास्तव में बढ़ जाती है।
- जहां तक संभव हो घुमाव वाली जगह में कभी भी ब्रेक न लगाएं। घुमाव वाली जगह में घुसने से पहले ब्रेक लगाएं।
- किसी भी लेन में बदलाव से पहले यातायात के सूचकों का प्रयोग करें और आगे अपने चारों ओर देखने के बाद ऐसा करें।
- रुके हुए पानी में गाड़ी तेज गति से न चलाएं।
- अपनी और अपने आगे वाले वाहन के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें। आपके ब्रेक लगाने की दूरी बारिश के दिनों में गीली सड़क पर वास्तव में बढ़ जाती है।
- जहां तक संभव हो घुमाव वाली जगह में कभी भी ब्रेक न लगाएं। घुमाव वाली जगह में घुसने से पहले ब्रेक लगाएं। किसी भी लेन में बदलाव से पहले यातायात के सूचकों का प्रयोग करें और आगे अपने चारों ओर देखने के बाद ऐसा करें।
- अपनी लेन न बदलें।
- डार्क ट्रैफिक सिग्नल या लाल बत्ती का मिचमिचाने का मतलब हर एक को रुकना होता है। आप ड्रिल स्लो डाउन के बारे में जानें।
- अगर कोई सड़क हादसा आपके वाहन से हो जाता है या वाहन खराब हो जाता है तो जितनी जल्दी संभव हो उसे रोड से हटा दें साथ ही इमरजेंसी बत्तियां चालू कर दें और सुरक्षित जगह पर लगा दें।

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