शनिवार, 21 अगस्त 2010

अजब-गजब बाल समाचार

गाय को शेक्सपियर पसंद!
विज्ञानियों का यह मानना है कि गाय को अगर अच्छा संगीत सुनने को मिले तो वह ज्यादा दूध देती है। इंग्लैंड में कुछ कलाकारों ने सोचा कि देखें गाय के आगे शेक्सपियर का नाटक खेला जाए तो क्या होगा। उन्होंने एक गाय के सामने शेक्सपियर का हास्य नाटक 'द मेरी वाइव्ज ऑफ विंडसर' प्रस्तुत किया।
इसको देखकर शायद गाय खुश हुई, क्योंकि उस दिन दूध का उत्पादन ज्यादा हुआ। इसके बाद नाटक के कलाकारों ने अंदाजा लगाया कि गाय भी इंसान की तरह ही है, जो खुश होने पर अच्‍छा काम करती है। पर इन कलाकारों का कहना है कि हम गाय के सामने 'हेमलेट' नहीं प्रस्तुत करेंगे, क्योंकि क्या पता दुखी होने पर वह दूध ही न दे। इन कलाकार दोस्तों को यह भी याद रखना चाहिए कि गाय के सामने कोई ऐसा नाटक न करें जिसे देखकर वह गुस्सा जाए। क्योंकि गाय का गुस्सा तो आप जानते ही हैं।

पालतू कुत्तों के लिए भी होटल!

यहाँ एक नया होटल खुला है। यह अपने आप में एक भव्य और अनोखा होटल है। इसमें भव्य कमरे और स्वीमिंग पूल हैं। मेरथल टेडफिल में 'द रॉयवान पेट होटल' खुलने के साथ ही चर्चा में आ गया। कारण था ही कुछ ऐसा क्योंकि यह श्वानों के लिए खुला फाइव स्टार होटल है।

अब आप कहेंगे कि श्वान भला अकेले कहाँ घूमने जाते हैं? तो जरा इस होटल को खोलने का उद्देश्य भी सुन लीजिए कि जो लोग अपने घर से बाहर लंबी छुट्टियाँ बिताना चाहते हैं उनके लिए अपने पालतू श्वान को किसके भरोसे छोड़कर जाएँ यह एक समस्या बन जाता है। इसी समस्या का हल देता है यह होटल। यहाँ सामान्य अतिथि श्वानों के लिए 29 पाउंड प्रतिदिन के खर्च पर कमरा उपलब्ध है।
इस होटल का परिसर भी काफी बड़ा है ताकि मेहमानों को घूमने-फिरने की पर्याप्त जगह मिले। होटल की राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री या फिर इन्हीं के कद के अन्य व्यक्तियों के पालतू श्वानों के लिए खास कमरा भी है जिसमें 22 इंच का टेलीविजन भी है। इस कमरे में श्वान एनीमल प्लानेट या अपनी रुचि का चैनल देख सकते हैं। होटल के प्रवक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि हम आने वाले मेहमानों को लेकर उत्सुक हैं और उन्हें बेहतर सेवा देकर उनका दिल जीतने की कोशिश करेंगे। होटल स्टाफ पलक-पावड़े बिछाकर उत्सुक है कि - अतिथि तुम कब आओगे?

भव्य शुभारंभ!
इलियोनस। यहाँ एक नाई ने कटिंग की दुकान खोली। खूब प्रचार किया। नई दुकान में कंप्यूटर और तरह-तरह की चीजें लगाईं ताकि ग्राहकों को प्रभावित किया जा सके। तमाम तामझाम के साथ दुकान जमाने के बाद इस नाई का विचार भव्य शुभारंभ करने का था। नाई ने अपनी दुकान में दरवाजे के पास काँच लगाया कि ताकि लोग कटिंग, दाढ़ी या अपने बालों का स्टाइल बदलवाते हुए बाहर का नजारा भी कर सकें।
इतनी तैयारियों के बाद जिस दिन 'जयान'ज क्लासिक कट' का शुभारंभ होना था, उसी रात काँच तोड़कर एक चोर अंदर घुस गया और कंप्यूटर, कटिंग बनाने का सामान और थोड़ी-बहुत नकदी जो दुकान में थी, सब मार ले गया। बेचारा नाई। गाँव बसा नहीं और चोर पहले आ गए। पुलिस अभी अंदाज लगा रही है कि दुकान में कुल कितना नुकसान हुआ है। नुकसान की बात छोड़िए जरा यह तो सोचिए कि जिस सुबह में यह सब हो रहा था उसी सुबह में दुकान का भव्य शुभारंभ था। अब कोई शुभारंभ इससे ज्यादा भव्य क्या हो सकता था!