शुक्रवार, 6 अगस्त 2010

भुलाने से बचे

भुल जाते हैं, क्या करें?
३५ वर्ष की आयु के पश्चात याद रखने की क्षमता कमजोर होने लगती है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे देर से उठना, अत्यधिक सहवास करना, देर रात तक काम करना आदि। साथ ही इसके अलावा आजकल बच्चों में भी यह परेशानी पर देखने को मिल रही है कि उन्हें काफी कुछ याद नहीं रहता वे जल्द ही पढ़ाई संबंधी बातें भुल जाते हैं। क्या कारण है इसका?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार याददाश्त और बुद्धि के कारक ग्रह गुरु, बुध और सूर्य है। जन्म पत्रिका में लग्र में गुरु, बुध हो तो जातक तीक्ष्ण बुद्धि का होता है। ऐसे ही यदि गुरु लग्र में उच्च का या मित्र राशि का हो तो याददाश्त बहुत तेज होती है। वह घटनाओं को जीवनभर भूलता नहीं हैं।
यही तीनों ग्रह सुर्य, बुध, गुरु नीच के हो और शत्रु राशि में या अस्त हो तो जातक कमजोर बुद्धिवाला होता है और उसकी निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर होती है।
बढ़ती उम्र के साथ ज्यादा सोने, गलत आदतें, अत्यधिक सहवास, किसी भी प्रकार का नशा, तंबाकू का सेवन, देर से सोना और देर से उठना, दिन में सोना आदि से याददाश्त कमजोर हो जाती है।
कैसे बढ़ाएं याददाश्त:
- आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- प्रात: सूर्य नमस्कार कर गायत्री मंत्र का जाप करें।
- रात्रि में समय पर सोएं और ब्रह्म मुहूर्त में उठें या सूर्योदय तक तो उठ ही जाएं।
- किसी भी प्रकार के नशे, तंबाकू का सेवन न करें।
(साभार-भास्कर)

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