गुरुवार, 13 जनवरी 2011

मकर संक्रांति पर ऐसे करें सूर्य पूजा


सभी हिंदू त्योहारों में किसी विशेष देवता की पूजा की जाती है। मकर संक्रांति मूल रूप से भगवान सूर्य की आराधना करने का उत्सव है। इस दिन विशेष रूप से सूर्य आराधना करने से विशेष लाभ होता है। वैसे तो मकर संक्रांति पर्व पर नदी स्नान कर सूर्य को अर्ध्य देने की परंपरा है लेकिन यदि नदी स्नान नहीं कर सकते तो घर की छत से भी सूर्य को अर्ध्य दे सकते हैं। साथ ही नीचे लिखी सूर्य स्तुति भी करें तो सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं-
सूर्य स्तुति
प्रात: स्मरामि खलु तत्सवितुर्वरेण्यं रूपं हि मण्डलमृचोथ तनुर्यजूंषि।
सामानि यस्य किरणां प्रभवादिहेतुं ब्रह्माहरात्मकमलक्ष्यमचिन्त्यरूपम्।।1।।
प्रातर्नमामि तरणिं तनुवाड्मनोभिब्र्रह्मोन्द्रपूर्वकसुरैविवुधैर्नुतमर्चितं च।
वृष्टिप्रमोचनविनिग्रहहेतुभूतं त्रैलोक्यपालनपरं त्रिगुणात्मकं च।।2।।
प्रातर्भजामि सवितारमन्नतशक्तिं पापौघशत्रुभयरोगहरं परं च।
तं सर्वलोककलनात्मककालमूर्तिं गोकण्ठबंधनविमोनमादिदेवम्।।3।।
श्लोकत्रयमिदं भानो: प्रात: प्रात: पठेत्तु य:।
स सर्वव्याधिविनिर्मुक्त: परं सुखमवाप्नुयात्।।4।।

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