सोमवार, 17 जनवरी 2011

भाग्य भी संवर सकता है शनि के उपाय से


यदि आपकी जन्मकुंडली शनि ग्रह अशुभ हो या आपको शनि का ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही हो और इसके कारण आपका भाग्य साथ ना दे रहा हो तो नीचे लिखे इस उपाय को अपनाकर आप शनि के अशुभ प्रभाव को कम कर सकते हैं।
ग्यारह नारियल जटा सहित कच्चे पानी वाले लें। एक-एक नारियल दायें हाथ से पकड़े और दांये कान की तरफ से बांयी ओर घुमाकर दोनों हाथ लगाकर जल में प्रवाहित करें। ऐसा ग्यारह बार करें।
- सवा किलो जौ काले कपड़े में बांधकर पोटली बनाएं।
- सवा किलो कच्चा कोयला काले कपड़े में बांधकर पोटली बनाएं।
- सवा किलो चना काले कपड़े में दो कोयले, दो कील बांधकर पोटली बनायें।
- एक पोटली में कुछ सिक्के।
- श्श्रद्धापूर्वक स्नान करें। उसके बाद एक- एक वस्तुओं को सिर पर से नारियल की तरह घुमाकर श्रद्धापूर्वक जल में प्रवाहित करें।
घुमाते समय राहु और शनि देव का नाम लेकर कहें- हे शनि देव और राहु देव, मेरी ग्रह पीड़ा निवृत हो जाए मुझे सुख-शांति,धन-धान्य आदि की प्राप्ति हो।यह कार्य मैं आपकी प्रसन्नता के लिए कर रहा हूं। ऐसे ही हर वस्तु को सिर से घुमाते हुए प्रवाहित कर प्रार्थना करें।
इसके बाद स्नान करें। अपने कल्याण के लिए प्रार्थना करें और पहने हुए कपड़े, जुते, चप्पल सबको घाट पर छोड़ दें। उपरोक्त ग्यारह नारियल वाला उपाय ग्यारह शनिवार करना होगा।

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