शुक्रवार, 14 जनवरी 2011

सूर्यपुत्र शनि की आराधना

- सूर्यपुत्र शनि की आराधना 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' से करनी चाहिए। इस मंत्र के उच्चारण से सभी प्रकार की व्याधियाँ दूर होकर मनुष्य को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से राह‍त मिलती है। यह मंत्र चमत्कारिक होने के कारण भगवान शनि देव को अतिप्रिय है।

इस मंत्र जप से मनुष्य को बिजनेस में आने वाली बाधा दूर होकर शनि की विशेष कृपा प्राप्त होती है। घर में सब मंगल हो जाता है।
- शनिवार के दिन तेल के साथ काली तिल, जौ और काली उड़द, काला कपड़ा ये सब चढ़ाने से लाभ होता है। साथ ही शनि की साढ़ेसाती में होने वाले दुष्प्रभावों से बचना संभव हो जाता है।
- गृह पीड़ा और रोग पीड़ा निवारण के लिए सूर्यपुत्र शनि देव का अभिषेक करना फलदायी रहता है।

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