बुधवार, 9 फ़रवरी 2011

महाकाल ने खेली पहली होली

होली के त्योहार में अभी एक महीने से ज्यादा समय शेष है लेकिन उज्जैन के मंदिरों में होली के त्योहार की शुरुआत हो चुकी है। महाकालेश्वर दुनिया के प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रमुख है। वसंत पंचमी पर सबसे पहले उज्जैन के राजाधिराज कहे जाने वाले भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में होली का त्योहार मनाया गया।

वसंत पंचमी के दिन सुबह होने वाली भस्मारती में बाबा महाकाल को हरिओम का जल चढ़ाने के बाद पुजारियों ने बाबा महाकाल का चंदन से श्रृंगार किया, पीले वस्त्र अर्पित किए तथा वसंत के फूल चढ़ाकर शिवलिंग पर गुलाल उड़ाकर भगवान से होली खेली। इसके पश्चात बाबा महाकाल को भोग लगाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भी भूतभावन बाबा महाकाल के दर्शन किए।
उल्लेखनीय है कि वसंत पंचमी पर भगवान महाकाल को गुलाल चढ़ाने के बाद ही परंपरानुसार दुनियाभर के अन्य मंदिरों में होली के त्योहार की शुरुआत होती है। 19 फरवरी से अधिकतर वैष्णव मंदिरों में फाग उत्सव की भी शुरुआत हो जाएगी, जिसमें ठाकुरजी भगवान श्रीकृष्ण के साथ भक्त होली खेलेंगे।
होली का त्योहार 19 मार्च को है। फागुन का महीना 19 फरवरी से शुरू होगा, जो कि होली के त्योहार का प्रारंभ माना जाता है।

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