मंगलवार, 8 फ़रवरी 2011

पूजा में नारियल क्यों ?

नारियल को शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। घर में कोई भी त्यौहार हो या किसी विशेष पूजा का अवसर हो तो नारियल जरूर चढ़ाया जाता है। पूजन में नारियल का प्रयोग लक्ष्मीजी के रूप में होता है। नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है। धन अर्पित करने की हमारी शक्ति नहीं परंतु प्रतिक रूप से हम भगवान को श्रीफल अर्पित करते हैं।
जिससे धन का अहंकार हमारे भीतर से निकल जाए और हम नारियल के भीतर की तरह श्वेत, कोमल और दोषरहित हो जाए। नारियल ऊपर से जितना कठोर होता है अंदर से उतना मुलायम। जिसका स्वाद सभी को अच्छा लगने वाला है।
पूजा में नारियल क्यों अर्पित किया जाता है? इसके कई कारण हैं... जैसे नारियल का जल मीठा और स्वास्थ्यवर्धक और बलदायक होता है उसी को हम प्रसाद रूप में ग्रहण करते हैं। रुद्ररूप से भी नारियल का पूजन किया जाता है। रुद्र हमारे गर्व का हनन करते हैं। इसलिए किसी-किसी पूजन में नारियल को बधार कर हम प्रतिक रूप से हमारे मान, गर्व भगवान के चरणों में समर्पित कर देते है।

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