रविवार, 20 फ़रवरी 2011

रंगों का महीना है फाल्गुन

फाल्गुन का महीना शुरू हो गया है। रंगों और मस्ती का यह महीना बहुत कुछ सीखाता है। फाल्गुन हिंदू विक्रम संवत का आखिरी महीना होता है। इस कारण इस पूरे महीने में रंगों की धूम और मस्ती होती है। इस महीने में धरती भी रंगीन हो जाती है, टेसू के फूलों से वादियां केसरिया हो जाती हैं। केसरिया रंग भी सम्पन्नता और उत्सव का प्रतीक है। प्रकृति खुद आमंत्रण देती है कि पूरे दिल से इस उत्सव के रंगों में डूब जाएं।

फाल्गुन का महीना 19 फरवरी से 19 मार्च तक रहेगा। 19 मार्च को होली पर्व के साथ इस महीने का समापन होगा और फिर शुरू होगा विक्रम संवत का नया वर्ष। हिंदू समाज में इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। वैष्णव मंदिरों में फाग उत्सव शुरू भी हो गया है। यह उत्सव का महीना है। एक तरह से इस हिंदू वर्ष के उत्सवों का समापन है। नए वर्ष में फिर उत्सव शृंखला शुरू होगी रक्षाबंधन से।
हिंदू धर्म की परंपरा उत्सव प्रमुख रही है। हमारे वर्ष भर तरह-तरह के उत्सव मनाए जाते हैं। उसी उत्सव शृंखला का समापन होली से होता है। यह साल की विदाई का त्योहार भी है इसलिए रंगों के साथ मनाया जाता है ताकि आने वाला नया साल भी रंगों और खुशियों से भरा हो।
(www.bhaskar.com)

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