सोमवार, 4 अप्रैल 2011

नए मकान की नींव डालते समय पूजा जरूरी होती है क्यों

बढ़ती हुई आबादी और कम पड़ती हुई जमीन के कारण आजकल लोग प्लाट लेकर मकान कम ही बना पाते हैं लेकिन पुराने जमाने में बड़े - बूढ़े कहा करते थे कि यदि प्लाट लेकर नया मकान बनाए तो नींव डालते समय पूजा जरूर करें। मकान के निर्माण से पहले वास्तु के अनुसार प्लाट में दोष नहीं होना चाहिए इसीलिए किसी भी प्लाट पर नया मकान बनाने से पहले हमारे यहां नींव के पूजन की परंपरा बनाई गई है। ऐसी मान्यता है कि यदि नींव पूजन नहीं करते हैं तो उस घर में रहने वाले लोगों को हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
नये मकान की नींव डालते समय पूजन इसलिए करवाई जाती है। यदि किसी प्रकार की अशुद्धता जैसे वास्तुदोष, साथ ही जमीन में किसी तरह का काई बुरा प्रभाव हो तो जमीन का वह भाग पूरी तरह शुद्ध होकर निवास योग्य हो जाता है। पुराने समय में इसे वास्तुदोष तो नहीं कहते थे। लेकिन इसका कारण अप्रत्यक्ष रूप से वास्तुदोष दूर करना ही था।ऐसा माना जाता है कि भूमि पूजन के समय देवताओं के आवाह्न के कारण उस स्थान से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। साथ ही नींव के पूजन के बाद गृह प्रवेश भी विधिवत ढंग से करवाया जाए तो घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है।

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