शनिवार, 9 जुलाई 2011

गर्भवती महिला इस बात का ध्यान जरूर क्योंकि...

मां बनना हर औरत के लिए जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास है। ये पल सिर्फ होने वाली मां के लिए ही नहीं बल्कि परिवार के हर सदस्य के लिए खुशियों से भरा होता है। इसीलिए गर्भवती महिला का हर तरह से बहुत ध्यान रखा जाता है। सभी चाहते हैं कि होने वाली संतान संस्कारवान और स्वस्थ हो। मान्यता है कि गर्भवती स्त्री जिस तरह की तस्वीर अपने मन में खींच लेती है बिल्कुल वैसी ही संतान उसे होती है।
माता के संस्कारों व उसकी सोच का गहरा शिशु पर पड़ता है। इसीलिए वैदिक काल से ही हमारे समाज में गर्भाधान संस्कार को बहुत अधिक महत्व दिया गया है। महाभारत में भी इस बात का उल्लेख किया गया है। जिसके अनुसार अभिमन्यु ने अपनी मां के गर्भ में ही चक्रव्यूह तोडऩा सीख लिया था।
इसी प्रकार कहा जाता है कि नैपोलियन मां के सैनिको की परैड देखने संस्कारों के कारण महायोद्धा बन गया था। इसीलिए हमारे शास्त्रों में व वेदों के अनुसार भी यह माना जाता है कि मां के मानसिक विचारों का संतान पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है।
विज्ञान के अनुसार भी उन महिलाओं के बच्चे अधिक स्वस्थ्य और संस्कारी होते हैं। जिनके विचार उन दिनों पॉजिटीव होते हैं। मतलब गर्भवती महिलाओं को परिवार में सकारात्मक वातावरण मिले इस बात का विशेष ध्यान घर के हर सदस्य को रखना चाहिए। ऐसे में यदि गर्भवती महिला जिस तरह का व्यवहार व आचार रखती है। बच्चे का आचार-व्यवहार भी पैदा होने के बाद लगभग वैसा ही होता है।
वेदों और धर्म ग्रंथों में भी यह माना गया है कि गर्भवती महिला जिस बात की अनिच्छा रखती है। उसकी संतान भी उस बात में अनिच्छा रखती है, और वह जिस बात की इच्छा रखती है वही संतान की इच्छा बन जाती है। इसीलिए अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा किसी सेलीब्रिटी की तरह बने तो। आपको कुछ नहीं करना है सिर्फ गर्भवती महिला के लिए सिर्फ ऐसे विचार व इच्छा जरूरी है कि उनका बच्चा उस सेलीब्रिटी की तरह बने।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें